कोलकाताः पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो की मदद के लिए जादवपुर विश्वविद्यालय पहुंचने के अलावा उनके पास कोई और विकल्प नहीं बचा था. वहां छात्रों के एक वर्ग ने गुरुवार को भाजपा नेता का घेराव कर उनके साथ धक्का-मुक्की की थी.
वामपंथी छात्र संघों के प्रदर्शनकारी छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में करीब पांच घंटे तक सुप्रियो को बंधक बनाकर रखा गया, जिसके बाद गुरुवार शाम राज्यपाल ने वहां पहुंचकर उन्हें वहां से निकाला.
बता दें कि धनखड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं.
उन्होंने कहा कि उस वक्त की मौजूदा स्थिति को समझने के लिये विश्वविद्यालय परिसर जाने के उनके फैसले में कुछ भी गलत नहीं था.
उन्होंने कहा, 'मुझे खुशी है कि मेरे वहां जाने पर मुझे छात्रों और प्राध्यापकों का सहयोग और समर्थन मिला.'