लखनऊ : जनता कर्फ्यू के बाद उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामलला के गर्भगृह परिसर में काम शुरू हो चुका है. रामलला विराजमान को दूसरे बुलेट प्रूफ अस्थाई मंदिर में ले जाया जाना है. बड़े स्तर पर शुरू होने वाले इस कार्यक्रम को सीमित कर दिया गया है. ट्रस्ट ने साधारण तरीके से रामलला के स्थानांतरण का निर्णय लिया है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण की प्रकिया का पहला चरण प्रारंभ हो गया है. गर्भगृह में भगवान रामलला विराजमान है तो उन्हें अस्थाई रूप से कहीं लाना होगा. उनके लिए कपड़े से एक घर बनाया गया है, वह बहुत सुंदर है. जब दर्शानार्थी आएंगे तो उन्हें मामूल होगा. नए स्थान पर देवाताओं का आह्वान, पूजा-पाठ वैदिक पंडितों ने शुरू किया है. उसका नेतृत्व दिल्ली के डॉक्टर कीर्तिकांत शर्मा कर रहे हैं.
25 मार्च सुबह ब्रह्म मुहूर्त में रामलला को नए अस्थाई बुलेट प्रूफ गर्भगृह में स्थानांतरित करने का समय तय किया गया है. यह समय काफी विचार के बाद विद्वानों द्वारा निश्चित किया गया है. इसके लिए 23 मार्च यानी आज सुबह सात बजे से 15 से अधिक वैदिक विद्वान रामलला को स्थानातरित करने के लिए भूमि पूजन का स्थान अनुष्ठान कर रहे हैं, यह अनुष्ठान दो दिन तक चलेगा. इसके बाद 25 मार्च को सुबह चार बजे रामलला को अस्थाई मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा. इससे पहले भूमि पूजन का कार्यक्रम 22 मार्च से शुरू होना था, लेकिन ट्रस्ट ने जनता कर्फ्यू के चलते इसे एक दिन के लिए टाल दिया था.