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जानें, कब-कब नागरिक विमानों को बनाया गया निशाना - attacks on civilian aircrafts

ईरान ने यूक्रेन के एक विमान को गलती से मार गिराया. ईरान ने दावा किया कि विमान उसके सैन्य क्षेत्र से गुजर रहा था. हालांकि, ईरान ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है. फिलहाल इस तरह की यह कोई पहली घटना नहीं है. इसके पहले भी ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जब किसी न किसी कारणवश नागरिक विमानों को निशाना बनाया गया है और निर्दोष लोगों की जान चली गई. आइए, ऐसे ही कुछ मामलों पर एक नजर डालते हैं.

attacks on civilian aircrafts
प्रतीकात्मक फोटो

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Published : Jan 16, 2020, 5:43 PM IST

Updated : Jan 17, 2020, 7:21 PM IST

हैदराबाद : दुनियाभर में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जब राजनीतिक प्रतिशोध या फिर अन्य कारणों से नागरिक विमानों पर हमले किए गए हैं. कहने के लिए भले ही इसे गलती से हमला बताया गया हो, लेकिन इनमें अधिकतर घटनाओं की पृष्ठभूमि बताती है कि हमले जान बूझकर किए जाते हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह के हालात में जान आम लोगों की जाती है, जिनका पूरे मामले से कोई लेना देना नहीं होता. आइए, ऐसे ही कुछ मामलों पर डालते हैं एक नजर.

08.01.2020 : यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस फ्लाइट PS752
यूक्रेन के एक विमान को ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गर्ड कॉर्प्स ने मार गिराया. ईरान ने इसे मानवीय भूल बताया. बोइंग 737-800 में 176 लोग सवार थे. घटना खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से टेकऑफ करने के तुरंत बाद हुई.

17.07.2014 : मलेशिया एयरलाइंस फ्लाइट 17
एमएच 17 फ्लाइट एम्सटर्डम से कुआलालंपुर (मलेशिया) जा रहा था. पूर्वी यूक्रेन के ऊपर इस पर हिट किया गया. 298 लोगों की मौत हो गई. जिन पर आरोप लगा, उनमें रूसी खुफिया विभाग के भी अधिकारी थे. हालांकि, रूस ने इससे इनकार किया.

10.04.2001 : साइबेरिया एयरलाइंस फ्लाइट 1812
रूसी विमान तेल अवीव से नोवोसिबिर्स्क जा रहा था. 78 लोग सवार थे. रूसी तट के नजदीक ब्लैक सी में विमान गिर गया. दरअसल, इसी समय यूक्रेन ने दो लंबी दूरी की मारक मिसाइलें दागी थीं. यूक्रेन ने इसे स्वीकार भी किया. उसने कहा कि अभ्यास के दौरान मिसाइलें दागी गई थीं.

नागरिक विमानों पर हमला
03.07.1988 : ईरान एयर फ्लाइट 655
फारस की खाड़ी में अमेरिकी नौसेना के एक युद्धपोत ने ईरानी यात्री विमान एयरबस A300 को मार गिराया. विमान पर 290 यात्री सवार थे. अमेरिका ने कहा था कि उसने जेट फाइटर समझकर मार गिराया. ईरान का यह विमान हॉर्मुज की खाड़ी के ऊपर उड़ान भर रहा था जबकि युद्धपोत विन्सेन्स पर ईरानी बंदूकधारियों से झड़प हुई थी.
01.09.1983 : कोरियाई एयरलाइंस फ्लाइट 007
एक सोवियत फाइटर जेट ने केएल 007 को मार गिराया. इस पर 269 लोग सवार थे. विमान सोवियत क्षेत्र में चला आया था. रूस ने आरोप लगाया कि विमान उसकी जासूसी कर रहा था. हालांकि, अमेरिका ने इससे पूरी तरह से इनकार किया. ओखोटस्क समुद्र में ब्लैक बॉक्स खोजने की कोशिश हुई, लेकिन इसे नहीं निकाला जा सका. इस घटना ने 1978 में सोवियत द्वारा कोरियाई एयरलाइन की फ्लाइट 902 को गिराए जाने की याद दिलाई, जिसमें दो यात्रियों को छोड़ सभी की मौत हो गई थी.
27.06.1980 : इटाविया फ्लाइट 870
इटाविया फ्लाइट 870 की दुर्घटना को 'यूस्टिका अफेयर' के तौर पर भी जाना जाता है. इस पर 81 लोग सवार थे. विमान इटली के बोलोगना से सिसली के पालेर्मो जा रहा था. तभी यह यूस्टिका के एक छोटे से द्वीप के पास टायर्रियन सागर में जा गिरा. इस पर मिसाइल से हमला किया गया था. यह पता नहीं चला कि मिसाइल कहां से आया.
03.09.1978 : एयर रोडेशिया फ्लाइट 825

12.02.1979 : एयर रोडेशिया फ्लाइट 827
करिबा से उड़ान भरने के पांच मिनट के अंदर जिम्बाब्वे (पुराना नाम रोडेशिया) के विद्रोहियों ने इन दोनों विमानों को मार गिराया था. दोनों पर रूस निर्मित स्ट्रेला मिसाइल से हमला किया गया था. इस हमले में 100 लोग मारे गए.

21.02.1973 : लीबियन अरब एयरलाइंस की उड़ान 114
बोइंग 727-200 लीबिया के त्रिपोली से बेंगाजी (भाया कायरो) जा रहा था. इजरायली फाइटर एयरक्राफ्ट ने इसे मार गिराया. 113 यात्री सवार थे. पांच की छोड़ सभी की मृत्यु हो गई. इजरायल ने कहा कि विमान उसके मिलिट्री क्षेत्र (सिनाई) से गुजर रहा था.

27.07.1955 : एल अल फ्लाइट 402
एल अल फ्लाइट 402 लंदन से तेल अवीव जा रहा था. बीच में आंधी आने की वजह से विमान बल्गेरिया के हवाई क्षेत्र में चला गया. तभी बल्गेरियाई फाइटर ने इसे मार गिराया. 58 यात्री सवार थे. बल्गेरिया को हर्जाना भी भरना पड़ा.

नागरिक विमानों पर हमला

23.07.1954 : कैथे पैसिफिक वीआर-एचईयू
चीनी लड़ाकू जेट विमानों ने कैथे पैसिफिक एयरलाइंस द्वारा संचालित ब्रिटिश-निर्मित डीसी -3 स्काईमास्टर को मार गिराया. उस समय हांगकांग ब्रिटेन का हिस्सा था. 18 में से 10 की मौत हो गई. चीन ने बाद में माफी भी मांगी. चीन ने कहा कि उसने इसे ताइवानी फाइटर जेट समझा था. इसके कुछ दिनों बाद अमेरिका ने चीन के दो विमान को मार गिराया था.

24.08.1938 : क्विलिन हादसा
पांच जापानी सैन्य विमानों ने एक चीनी-अमेरिकी स्वामित्व वाली डीसी -2 को मार गिराया. इसे क्विलिन के नाम से जाना जाता है. विमान हांगकांग से चोंगकिंग जा रहा था. उस समय चीन और जापान के बीच युद्ध जैसी स्थिति थी. इस हमले में 14 लोगों की जान चली गई. हालांकि पायलट की जान बच गई. वह अमेरिकी था.

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Last Updated : Jan 17, 2020, 7:21 PM IST

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