गुवाहाटी :असम के लोगों को हर साल बाढ़ की विभीषिका का सामना करना पड़ता है. बाढ़ के कारण हर साल तटबंध वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का जीवन तबाह हो जाता है. गंदी राजनीति के कारण स्थानीय लोगों को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है.
भाजपा और कांग्रेस दोनों इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने समस्याओं को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग राजनीति का विषय बन गए हैं. भाजपा के समर्थक माने जाने वाले हिंदू बंगालियों की तत्कालीन कांग्रेस सरकार में उपेक्षा का सामना करना पड़ा. अब जब भाजपा सत्ता में है तो भी उन्हें सरकार की उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि 2001 से कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री रकीबुल हुसैन सामगुरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत रहे हैं.
मध्य असम के नगांव जिले में सामगुरी विधानसभा क्षेत्र में लगभग 500 हिंदू बंगाली परिवार कांग्रेस और भाजपा की राजनीति के बीच फंस गए हैं. यहां के मौजूदा विधायक रकीबुल हुसैन ने लगभग 20 वर्षों तक बंगाली परिवारों पर कोई ध्यान नहीं दिया, क्योंकि वह भाषाई अल्पसंख्यक हैं और भाजपा पार्टी का समर्थक माना जाता है. अब असम की भाजपा सरकार भी इनकी तरफ कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है.
सामगुरी निर्वाचन क्षेत्र के लखौवा के पास भुरभांठा में विभिन्न भाषाई अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े यह लोग पिछले 10 वर्षों से प्रतिकूल परिस्थितियों में जीवन बिता रहे हैं.