त्रिशूर : केरल के त्रिशूर के लोगों के लिए बड़े ही गौरव की बात होने जा रही है क्योंकि यहां एशिया का सबसे बड़ा जूलॉजिकल पार्क बनाने की तैयारी है. बता दें, पुथूर में यह पार्क बनाया जाना है. इस पार्क को 338 एकड़ (1.36 किलोमीटर) के प्राकृतिक वन क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है, ताकि पशु स्वतंत्र रूप से अपने प्राकृतिक आवास में घूम सकें. जानवरों को घर देने के लिए वन भूमि के अंदर 23 अलग-अलग जगहों में जानवरों के रहने के लिए निवास स्थान बनाए गए हैं.
वर्तमान में, त्रिशूर चिड़ियाघर चारदीवारी से घिरे एक छोट से क्षेत्र में है. इस चिड़ियाघर में शेर, बाघ और कई किस्म के पक्षी हैं लेकिन वे इससे बड़ा और प्राकृतिक वातावरण अपने लिए चाहते हैं. ताकि वे स्वतंत्र रूप से क्षेत्र में घूम सकें.
इस छोटे से चिड़ियाघर से निकलकर यहां के सभी जानवर एक बड़े क्षेत्र में जाएंगे. वहां उनको अनुकूल वातावरण मिलेगा और स्वच्छंद विचरण कर सकेंगे. यहां बाहर से पर्यटक भी आकर सैर कर सकें इसके लिए भी पूरी व्यवस्था की जा रही है.