अहमदाबाद : वलसाड जिले के पारडी गांव स्थित वल्लभ संस्कार धाम, श्रीमति शोभा बहन प्रतापभाई पटेल बोर्डिंग स्कूल में सातवां वार्षिक स्पोर्ट्स-डे मनाया गया, जिसमें कक्षा एक से आठ तक के सभी छात्रों ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में भारत को हॉकी में स्वर्ण पदक दिलाने वाले मेजर ध्यानचंद के बेटे अशोक ध्यानचंद मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे और बच्चों का उत्साह बढ़ाया. अशोक ध्यानचंद टीम हॉकी इंडिया के मैनेजर है.
बच्चों के विकास का दुश्मन है मोबाइल : अशोक ध्यानचंद
गुजरात के वलसाड जिले के पारडी गांव स्थित वल्लभ संस्कार धाम, श्रीमति शोभा बहन प्रतापभाई पटेल बोर्डिंग स्कूल में सातवां वार्षिक स्पोर्ट्स-डे मनाया गया. इस कार्यक्रम में भारत को हॉकी में स्वर्ण पदक दिलाने वाले मेजर ध्यानचंद के बेटे अशोक ध्यानचंद मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे और बच्चों का उत्साह बढ़ाया.
उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि, छोटी उम्र के बच्चों को आप जो चाहो आसानी से सिखा सकते हो. बचपन से ही खेल के प्रति बच्चों की रूचि बढ़े. यह देखने की जिम्मेदारी उनके माता-पिता की है. साथ ही उन्होंने स्कूल के अध्यापक को भी बताया कि, खेल को सिर्फ खेल की तरह ना देखते हुए उसे एक विषय के तौर पर देखा जाना चाहिए. जिससे आने वाले समय में भारत ज्यादा से ज्यादा पदक जीत सके.
उन्होंने कहा कि, वर्तमान समय में यदि बच्चों का सबसे बडा कोई दुश्मन है तो वह मोबाइल फोन है. बच्चों में मोबाइल की आदत छुड़वा कर उनको आउट डोर स्पोर्ट्स पर ध्यान केन्द्रित करवाना चाहिए, ताकि उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे और खेल के प्रति उनकी रूचि भी बरकरार रहे.