नई दिल्ली: भारत के राजनीतिक दृश्य-पटल पर चार दशक तक एक प्रखर और मुखर नेता और कुशल रणनीतिकार के रूप में छाए रहे सौम्य छवि के धनी इस व्यक्ति की भूमिका अभी खत्म भले न हुई हो पर लगता है कि स्वास्थ्य की समस्या ने उसे कुछ समय के लिए नेपथ्य में जरूर कर दिया है.
जेटली ने लिखा मोदी को पत्र
भाजपा के नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली (66) ने नई सरकार के गठन की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर कहा कि उन्हें कुछ समय के लिए अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने का समय दिया जाए. उन्होंने कहा है कि वे नई सरकार में फिलहाल कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते.
मोदी के 'चाणक्य' कहे जाते हैं जेटली
जेटली को कुछ लोग मोदी के वास्तविक 'चाणक्य' और 2002 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रुप में मोदी के कार्यकाल के शुरू में प्रदेश में हुए दंगो के बाद उनका 'संकट का साथी' कहते हैं. जेटली की तारीफ में मोदी उन्हें 'बेशकीमती हीरा' बता चुके हैं.
दिल्ली में मोदी के आदमी माने जाते थे जेटली
दिल्ली विश्व विद्यालय के छात्र संघ की राजनीति से मुख्यधारा की राजनीति में प्रवेश करने वाले जेटली पेशे से अधिवक्ता रहे हैं. वह शुरू से ही सत्ता के सूत्र संचालन को अच्छी तरह समझते रहे है. वह 1990 के दशक के आखिरी वर्षों से दिल्ली में मोदी के आदमी माने जाते थे.
जेटली मोदी के मुख्य योद्धा और सलाहकार के रूप में उभरे
गुजरात दंगों से जुड़ी मोदी की कानूनी उलझनों से पार पाने में उनको कानूनी सलाह देने वाले विश्वसनीय सलाहकार की भूमिका निभाने वाले जेटली बाद में मोदी के मुख्य योद्धा और सलाहकार के रूप में उभरे.
मोदी की पहली सरकार का मुख्य चेहरा हैं जेटली
जेटली अपने बहुआयामी अनुभव के साथ केंद्र में मोदी की पहली सरकार (2014-19) के मुख्य चेहरा रहे. सरकार की नीतियों और योजनाओं का बखान हो या विपक्ष की आलोचनाओं के तीर काटने की जरूरत, हर मामले में जेटली आगे दिखते रहे हैं.
2019 के आम चुनाव में जेटली की अहम भूमिका
जेटली ने 2019 के आम चुनाव को जिस तरह स्थिरता और अराजकता के बीच चयन के तौर पर निरूपित कर भाजपा-राजग अभियान को एक कारगर हथियार दिया, वह उनकी राजनीतिक समझ के पैनेपन का उदाहरण है.
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सरकार की योजनाओं को आसान शब्दों में लोगों तक पहुंचाया
पेट्रोलियम की कीमतों में उछाल हो, राफेल सौदा हो या माल एवं सेवाकर (जीएसटी) की जटिलताएं, जेटली ने आम लोगों को उन्हें सरल शब्दों में प्रभावी तरीके से प्रस्तुत कर सरकार का बचाव किया.
GST को अमलीजामा पहनाने में जेटली की खास भूमिका
करीब दो दशक से लटके जीएसटी को अमलीजामा पहनाने में जेटली के राजनीतिक कौशल की भूमिका कम नहीं आंकी जा सकती है. इसी कौशल का परिणाम है कि जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने बाद जीएसटी परिषद में सारे प्रस्ताव सर्वसम्मति से अनुमोदित किए गए.
तलाक विधेयक के मुद्दे पर जेटली
जेटली ने तीन तलाक विधेयक के मुद्दे पर सरकार का दृष्टिकोण सार्वजनिक किया. मोदी सरकार के वित्त विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के साथ सरकार के प्रवक्ता और भाजपा-एनडीए के पुरोधा की भूमिका निभाते हुए भी महंगी कलम, घड़ी और आलीशान कारों का उनका शौक कम नहीं हुआ.
जेटली के पास सलाह लेने के जाते हैं कई लोग
सरकार में प्रधानमंत्री के साथ रसूख के अधार पर देखें तो जेटली एक तरह से उसमें नंबर-2 के महत्वपूर्ण किरदार में नजर आते थे. निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान जैसे कई मंत्री जेटली के अपने माने जाते हैं. पार्टी के सभी प्रवक्ता जेटली के पास सलाह के लिए आते रहे हैं.
जावड़ेकर के 'सुपर स्ट्रेटजिस्ट' और मोदी के 'बेशकीमती हीरा' हैं मोदी
उनके सहयोगी प्रकाश जावड़ेकर ने एक बार उन्हें 'सुपर स्ट्रेटजिस्ट' (उच्चतम रणनीतिकार) कहा था. मोदी ने 2014 की अमृतसर (पंजाब) की चुनाव रैली में जेटली को 'बेशकीमती हीरा' कहा था. यह बात अलग है कि उस चुनाव में जेटली वहां से हार गए. जेटली ने अमृतसरी छोले और कुल्चे का अपना स्वाद बनाए रखा.