चेन्नई :दक्षिण एशिया जर्नल में प्रकाशित एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक सीसीटीवी निगरानी के मामले में चेन्नई पहले नंबर पर है. यहां प्रति वर्ग किमी और 1000 आबादी पर सबसे ज्यादा सीसीटीवी हैं.
यहां प्रति वर्ग किमी में 657 कैमरे निगरानी में लगे हैं. 130 देशों में किए गए सर्वे में हैदराबाद दूसरे स्थान पर है. यहां प्रति वर्ग किमी इनकी संख्या 480 है, जबकि चीन का हार्बिन शहर 411 के साथ तीसरे नंबर पर है. लेकिन जब हम चेन्नई में अपराध के मामलों को देखते हैं तो लगता है कि इससे पुलिस को खासा मदद नहीं मिली है.
चेन्नई में सीसीटीवी कितने मददगार 2019 में 172 लोगों की हत्या
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसी तरह, तमिलनाडु में हत्या और डकैती के मामलों में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई. 2019 में अकेले चेन्नई में लगभग 2.70 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और उसी वर्ष 172 व्यक्तियों की हत्या कर दी गई.
2.70 लाख सीसीटीवी कैमरे
कुछ साल पहले चेन्नई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त ए.के. विश्वनाथन ने 10 मीटर की दूरी में सीसीटीवी निगरानी कैमरे स्थापित करने के लिए ‘थर्ड आई’ योजना शुरू की थी. इसे जनता का भी खूब समर्थन मिला. कॉलीवुड के कई अभिनेताओं और शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद जैसे खिलाड़ियों ने भी सीसीटीवी निगरानी नेटवर्क का समर्थन किया. लोगों की सहायता से चेन्नई सिटी पुलिस ने लगभग 2.70 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाए.
निर्भया केस के बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे निर्देश
दिल्ली में 2012 में निर्भया केस सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने देश भर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया था. केंद्र सरकार ने 2013 में 'निर्भया फंड' जारी किया ताकि महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए व्यापक कदम उठाए जा सकें.
अपराध रोकने में सीसीटीवी मददगार : पूर्व एसपी
पूर्व पुलिस अधीक्षक एम. करुणानिधि ने कहा कि सीसीटीवी अपराध की रोकथाम और पता लगाने में उपयोगी हैं. यह अभियोजन में भी मदद करता है. अगर कोई व्यक्ति देखता है कि वह सीसीटीवी निगरानी में हैं तो अपराध नहीं करता है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले एक गैर सरकारी संगठन, अर्पोर इयक्कम के संयोजक जयराम वेंकटेशन ने कहा कि सीसीटीवी केवल अपराध का पता लगाने में उपयोगी होते हैं, अपराध रोकने में उपयोगी नहीं हैं. उनका कहना है कि रखरखाव ठीक से नहीं किए जाने से बहुत से सीसीटीवी कैमरे खराब हो गए हैं.
सीसीटीवी निगरानी के लिए कंट्रोल सेंटर बनाएंगे : पुलिस आयुक्त
सीसीटीवी कैमरे खराब होने के बारे में पूछे जाने पर पुलिस आयुक्त महेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि दस दिनों में एक बार सभी सीसीटीवी की निगरानी के प्रयास किए जा रहे हैं. हम सीसीटीवी देखने के लिए एक कमांड और कंट्रोल सेंटर स्थापित करेंगे. उन्हें केंद्र से जोड़ने के लिए स्टैंड एलोन कैमरों को अपग्रेड किया जाएगा.
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प्रत्येक कैमरे की नियमित रूप से निगरानी की जाएगी. पुलिस की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह जनता का मित्र बनने के लिए थर्ड आई में परिवर्तित हो.