हैदराबाद : भारत में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 4200 के पार पहुंच गई है. देशभर में यह संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार संक्रमण के 1400 से ज्यादा केस दिल्ली में आयोजित तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़े हैं. हर रोज नए केस आ रहे हैं, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जमात से जुड़ हैं. गृह मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार देशभर में जमात से जुड़े 25 हजार से ज्यादा लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है. जमात से जुड़े संक्रमितों की संख्या देखते हुए देशभर के वरिष्ठ मुस्लिम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मुस्लिम समुदाय के लिए एक पत्र लिखते हुए सहयोग की अपील की है. पढ़िए पत्र में क्या कहा गया है...
कोविड -19 का वैश्विक प्रकोप देश और मानवता के लिए एक बड़ी चुनौती है. हम इसे नियंत्रण में रखने के लिए कड़ा संघर्ष कर रहे हैं.
कुछ दिनों से समाज में एक संदेश जा रहा है कि भारत में कुछ मुसलमान सामाजिक दूरी और महामारी के प्रसार का मुकाबला करने के लिए अन्य उपायों का पालन नहीं कर रहे हैं.
कुछ विचलित कर देने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें मुस्लिम समुदाय के कुछ तत्व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर पथराव करते हुए दिखाए गए हैं और कानून पालन के लिए तैनात पुलिस कर्मियों के साथ भी टकराव करते हुए दिखाई दे रहें हैं. कुछ वीडियो में पुलिसकर्मी मस्जिद में नमाज पढ़ने पर उतारू हुए लोगों पर डंडे बरसाते हुए दिख रहे हैं.
चार अप्रैल, 2020 को एक राष्ट्रीय दैनिक ने बताया कि भारत में अब तक कोरोना वायरस के सकारात्मक मामलों में से लगभग 25 प्रतिशत मामले मार्च में दिल्ली में आयोजित तब्लीगी जमात के जलसे से जुड़े हैं.
गहरे संकट की इस घड़ी में हम भारत की विभिन्न सिविल सेवाओं में काम करने वाले अधिकारी, मुस्लिम समुदाय से अपील करने के लिए विवश हैं कि वह जिम्मेदारी से काम करें और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में साथी नागरिकों की सहायता एवं सहयोग के लिए एक मिसाल बनकर खड़े रहें.
मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को अपने किसी भी कृत्य से किसी को भी उन्हें एक व्यक्ति के रूप में भारत में महामारी फैलाने के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाने का अवसर नहीं देना चाहिए.
अपने आपको वायरस से संक्रमित करना भी इस्लामिक शरिया के अनुसार एक अधर्म है. आत्महत्या और लापरवाही से बीमारी को हासिल करना हराम है. तब यह वायरस उस व्यक्ति के शरीर तक ही सीमित नहीं रहता है, जिसने अपनी मूर्खता से खुद में वायरस को आमंत्रित किया था.
यह परिवार और समाज में तेजी से फैलता है और मासूमों के लिए अनगिनत मौतें लाता है. कुरान कहता है कि अगर कोई एक निर्दोष इंसान को मारता है, तो ऐसा माना जाएगा जैसे उसने सभी मानव जाति को मार दिया है और जो भी एक की जान बचाता है, वह ऐसा है जैसे उसने सभी मानव जाति का जीवन बचाया हो.
पैगंबर की कई उक्तियां हदीस में हैं, जो हमें महामारी के प्रसार को रोकने के लिए कदम उठाने और खुद को बचाने के लिए निर्देश देती हैं.
हालांकि, हमें सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मार्गदर्शन का पालन करना चाहिए, क्योंकि जो करने के लिए सही है, वह सही है, चाहे कोई उसके लिए धार्मिक शास्त्रों से समर्थन पाता हो या नहीं. भले ही किसी उग्र महामारी के दौरान कोरांटीन (संगरोध) में रहने की कोई धार्मिक मंजूरी न हो, फिर भी खुद को सुरक्षित रखने के उपायों को अपनाना एक सही काम होगा.
महामारी के दूर होते ही और सामान्य जीवन बहाल होने के बाद मुसलमान फिर से मस्जिदों में सामूहिक रूप से नमाज अदा कर सकते हैं. अस्थायी रूप से बीमारी को फैलने से रोकने के लिए मस्जिद में जाने से परहेज करने का मतलब यह नहीं है कि किसी मस्जिद को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया हो, जैसा कि कई लोग शायद मान रहे हैं.
सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए घर पर नमाज अदा कर सकते हैं. आपका-हमारा जिम्मेदाराना व्यवहार न केवल व्यक्ति व उसके परिवार, बल्कि देश को भी इस आपदा से बचाने में मदद करेगा.
हम यह दोहराते हैं कि संकट की इस घड़ी में, मुस्लिम समुदाय को सामान्य रूप से आगे आना चाहिए और महामारी के खिलाफ लड़ाई में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मज़बूत करना चाहिए, और स्वास्थ्य मंत्रालय, सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों का ईमानदारी से पालन करना चाहिए, ताकि कोरोनावायरस महामारी से सुरक्षित रहकर लड़ा जा सके.
अंत मे हम भारतीय मीडिया को कठिनाई की इस घड़ी में हमारे इस प्रयास में सहयोग करने का अनुरोध करते हैं, जिससे इस घातक बीमारी के खिलाफ लड़ाई में सरकार और समाज को मदद मिल सके.
नोट: उपरोक्त अपील इन अधिकारियों ने व्यक्तिगत रूप से की है, ताकि कोरोना वायरस के विरुद्ध इस लड़ाई में सभी के सहयोग से निर्णायक विजय प्राप्त हो सके.
1) Asif Jalal, IPS (2002-HP)
2) Najmul Hoda, IPS, Inspector General of Police, Tamil Nadu-2001 batch
3) Sohail Malik, IRS 2010 batch, Joint Commissioner of IT, Delhi
4) Rashid Munir Khan, IPS 2008-WB
5) Muzammil Khan, IAS
6)Mohammad Shayin, IAS 2002 batch Haryana
7) Mohd Mustafa IPS 1985 Punjab
8) Noorul Hasan ,IPS,2015,MH
9)Md. Noor Rahman Sheikh, IFS, 2004, Consul General of India, Jeddah
10) Ms. Gudrun Nehar IRS 2005 batch Delhi
11) Shaikh Aminkhan, IRS 2011 batch Kolkata
12) Dr. Amir Siddiqui, IRS 2016 batch
13) Javed Akhtar, IRS 2002 batch, Delhi
14) Dr. Saleem Ali, IPS (Retd.) 1978 batch, Tripura
15) Shuja Mahmood IRPS, 2006 batch, Hubli
16) Imtiyaz Khan, IRS 2009, Mumbai
17) Maqsood Ahmed, IPS, 2016 batch Haryana
18) TA Khan, IPS( Retd.) West Bengal 1968
19) Showkat Ahmad Parray, IAS, 2013 batch Punjab
20) Tariq Mabood IRS 2009
21) Imamuddin Ahmad, IRS, Commr. CGST, Mangalore
22) Zuhair Bin Saghir, IAS. 2006 batch, Uttar Pradesh
23)Md. Imteyaz Alam, IRTS, 2011 batch, Danapur, Bihar
24)Mansoor Hasan Khan, IDAS 2002.
25) Mohammed Rizwan, IRS, 2004
26) Dr Hanif Qureshi, IPS 1996, Haryana
27) Zaigham Ali Khan IRAS 1999 SEC Railway Chhattisgarh
28) Ms. Aisha Khan, IOFS, 2013 batch
29) K Asif Hafeez, IRPS 2010 batch, Senior Divisional Personnel officer, Begaluru
30) Md. Shamshad Alam, IRS 2004 batch
31) Dr. Mohd. Rehan Raza, DANICS 2012 , Delhi