नई दिल्ली : गत कुछ वर्षों में इंटरनेट उपयोग करने वालों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. साथ ही साथ डेटा चोरी की भी कई घटनाए सामने आती रही हैं. इसीके मद्देनजर सरकार देश में पहली बार डेटा संरक्षण बिल लाने की तैयारी कर रही है.
हालांकि विपक्षी पार्टियों के पुरजोर विरोध के बाद सरकार ने उसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेज दिया है, वहीं दूसरी तरफ इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन के एक्जक्यूटिव डायरेक्टर अपार गुप्ता ने इस बिल के वर्तमान प्रारूप को अपर्याप्त बताया है.
अपार गुप्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में इटंरनेट डेटा सुरक्षा बिल के सारे आयामों और महत्वों पर विस्तार से चर्चा की है. उन्होंने कहा, 'आज हमारा समाज डिजिटल हो रहा है, जहां बड़े पैमाने पर डेटा एक जगह जमा हो रहा है, इसलिए जमा हो रहे डेटा की सुरक्षा और इसे पुन: प्राप्त करने की एक सुनिश्चित विधि होनी चाहिए.'