मुंबई : महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली अंतरा मेहरा महाराष्ट्र की ओर से पहली महिला फाइटर पायलट बन गई हैं. इससे अंतरा ने न सिर्फ अपने परिवार का ही बल्कि पूरे महाराष्ट्र का गौरव बढ़ाया है. इतना हीं नहीं इस वर्ष फाइटर पायलट के रूप में चयनित होने वाली अंतरा एक मात्र देश महिला अधिकारी हैं.
अंतरा ने अपने प्रारंभिक शिक्षा नागपुर के माउंट कार्मेल गर्ल्स स्कूल से पूरी की. इसके बाद वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई रामदेवबाबा कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट से पूरी की. फिर उन्होंने कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (सीडीएस) की परीक्षा देकर उसमें सफलता हासिल की. इसके बाद उन्होंने हैदराबाद के डुंडीगल में वायुसेना अकादमी में प्रवेश लिया.
महिला फाइटर पायलट अंतरा मेहरा अंतरा ने ट्रेनिंग के दूसरे चरण में Pilates PC-7 और किरण MK-1 जैसे लड़ाकू विमानों को उड़ाया. इसके बाद उन्हें फाइटर पायलट के रूप में चुना गया. अंतरा उन लड़कियों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं, जो भारतीय सेना में शामिल होना चाहती हैं.
पहली महिला फाइटर पायलट
देश की पहली तीन महिला फाइटर पायलट भावना कांत, मोहना सिंह और अवनी चतुर्वेदी हैं. भारत सरकार ने प्रयोगात्मक आधार पर महिलाओं को वायु सेना में शामिल होने की अनुमति देने का निर्णय लिया था. उस समय तीनों को वायु सेना में महिला फाइटर पायलट के रूप में भर्ती किया गया था. फिर 2018 में तीनों ने MiG-21फाइटर जेट उड़ाया था.
मध्य प्रदेश के सतना जिले की रहने वाली अवनी चतुर्वेदी ने हैदराबाद वायुसेना अकादमी से अपना प्रशिक्षण पूरा किया था. भावना कांत बिहार के दरभंगा की रहने वाली हैं और उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई बीएमएस कॉलेज बेंगलुरु पूरी की थी. भावना ने भी अपनी ट्रेनिंग हैदराबाद से पूरी की थी. मोहना ने अपनी प्राथमिक शिक्षा दिल्ली के सैनिक स्कूल में पूरी की थी.