कोहिमा : नागालैंड की सरकार ने कुत्तों के वाणिज्यिक आयात और व्यापार पर रोक लगा दी है. यह रोक कुत्ते के पके हुए और कच्चे दोनों तरह के मांस पर लगी है.
राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री एन क्रोनू ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल ने यह निर्णय सेवन के लिए दूसरे राज्यों से कुत्तों को लाने के खतरों को देखते हुए और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के अनुरूप किया.
नागालैंड के के संसदीय मामलों के मंत्री एन क्रोनू (फाइल फोटो) उन्होंने बताया कि कुत्तों के वाणिज्यिक आयात और व्यापार पर तथा कुत्ते के मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया है.
नेफ्यू रियो की अगुवाई वाली सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि यह रोक कुत्ते के पके हुए और कच्चे दोनों तरह के मांस पर लगी है.
इस फैसले के बाद बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, 'मैं इस ऐतिहासिक और मानवीय निर्णय के लिए नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो जी और मुख्य सचिव तेमजेन जॉय जी की आभारी हूं.'
नागालैंड सरकार के फैसले पर मेनका गांधी की प्रतिक्रिया मेनका ने लिखा कि कुत्ते के मांस पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करने के लिए नागालैंड के बुद्धिमान लोगों को धन्यवाद. उन्होंने कहा कि करुणा हमारे राष्ट्र की आत्मा है.
नागालैंड के मुख्य सचिव तेमजेन तॉय ने ट्वीट कर सरकार के फैसले की जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि राज्य सरकार के इस फैसले की सराहना की जानी चाहिए.
नागालैंड सरकार के फैसले की जानकारी से जुड़ा ट्वीट सरकार के प्रवक्ता क्रोनू ने बताया कि सरकार ने तत्काल प्रभाव से सूअरों के वाणिज्यिक आयात और व्यापार पर प्रतिबंध लगाने का भी निर्णय लिया. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में स्वाइन फ्लू के प्रकोप के बाद राज्य ने पहले ही सूअरों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था और मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दे दी.