नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को 35 लोधी एस्टेट स्थित सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दिया है. साथ ही इस बंगले को भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को आवंटित कर दिया गया है. यह बंगला 1 अगस्त तक प्रियंका गांधी खाली कर देंगी, उसके बाद अनिल बलूनी इस में शिफ्ट हो जाएंगे.
वहीं, इस बंगले को लेकर राजनीति तेज हो गई है. खासतौर पर उत्तराखंड के नेताओं के बीच. अनिल बलूनी पिछले कई महीनों से कैंसर का इलाज मुंबई में करवा रहे थे और उन्हें पहले 20 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड में सिक्स बी बंगला आवंटित किया गया था.
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने गत एक जुलाई को प्रियंका गांधी के बंगले का आवंटन रद्द करते हुए कहा था कि वह एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद आवासीय सुविधा पाने की हकदार नहीं हैं.
सरकार ने कांग्रेस की महासचिव को एक अगस्त तक मौजूदा आवास 35 लोधी एस्टेट खाली करने को कहा है. एक अधिकारी ने कहा कि अनिल बलूनी के अनुरोध पर उन्हें प्रियंका गांधी का बंगला आवंटित किया गया है.
सूत्रों ने बताया कि बलूनी ने स्वास्थ्य के आधार पर आवास बदलने का अनुरोध किया था. कुछ समय पहले उनका कैंसर का इलाज हुआ था. उन्हें इसी आधार पर बंगला आवंटित भी किया गया है.
डॉक्टरों की सलाह है कि उन्हें धूल और प्रदूषण से दूर रहने की जरूरत है. फिलहाल वह स्वस्थ्य हैं, लेकिन कुछ एहतियात और सावधानियां बरतनी डॉक्टरों ने जरूरी बताई हैं और यह बंगला जहां वह अभी रह रहे हैं, रकाबगंज रोड के मुख्य सड़क पर मौजूद है और मुख्य सड़क होने की वजह से यहां पर प्रदूषण ज्यादा है.
वहीं, दूसरी ओर यह बात भी सामने आ रही है कि रकाबगंज का बंगला दक्षिण मुखी बंगला था और जब से अनिल बलूनी वहां शिफ्ट हुए थे तब से वह बीमार ही रह रहे थे और कई लोगों ने उन्हें यह बंगला खाली करने या बदलने की सलाह भी दी थी और उसके अंतर्गत भी उन्होंने नए बंगले के आवंटन की मांग की थी.
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बता दें कि सरकार ने पिछले साल नवंबर में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी. मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया था कि यह बंगला प्रियंका गांधी को 21 फरवरी, 1997 को आवंटित किया गया था, क्योंकि उन्हें एसपीजी सुरक्षा मिली हुई थी.