विशाखापत्तनम : कोरोना संक्रमण के दौरान कोरोना वॉरियर्स ही हमारे रक्षक हैं और डॉक्टर की इसमें सबसे अहम भूमिका होती है. लेकिन आंध्रप्रदेश से ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर हर कोई हैरान है. यहां एक डॉक्टर को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया, क्योंकि उसने एन 95 मास्क की मांग कर ली. घटना विशाखापत्तनम के नरसिंहपत्तनम रीजनल अस्पताल की है.
डॉ सुधाकर इसी रीजनल अस्पताल मेें पदस्थापित हैं. उन्होंने आंध्र प्रदेश में कोरोना रोगियों के इलाज के लिए एन-95 मास्क की मांग की थी. इस पर डॉ सुधाकर को सरकार ने निलंबित कर दिया. वह अभी मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल में भर्ती हैं. हाईकोर्ट के निर्देशानुसार जिला मजिस्ट्रेट द्वारा उनका बयान दर्ज किया गया है. हाईकोर्ट ने पूरे मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं.
डॉक्टर सुधाकर ने कहा था कि ऑपरेशन अनुभवहीन डॉक्टरों के माध्यम से किया जाता है. इसलिए स्पेशल मास्क की आवश्यकता है. यह घटना सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुई.
विशाखापत्तनम में गिरफ्तार
डॉ सुधाकर ने 16 मई 2020 को विशाखापत्तनम के पोर्ट अस्पताल के सामने अर्ध नग्न रूप से विरोध किया था. स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया. थाने में लाने के बाद उन्हें केजीएच में भर्ती करा दिया गया. केजीएच के डॉक्टरों ने कहा कि सुधाकर की मानसिक स्थिति काफी अच्छी नहीं थी. पुलिस उन्हें यहां से सरकारी मनोरोग अस्पताल ले गई. डॉ सुधाकर पर धारा 353, 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
विशाखापत्तनम पुलिस आयुक्त आरके मीणा ने कहा कि डॉ सुधाकर ने हंगामा शराब के नशे में किया था. उन्होंने ये भी बताया कि जिस पुलिसकर्मी ने डॉक्टर के साथ मारपीट की थी, उसे निलंबित कर दिया गया है.
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