श्रीनगर :जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में बाबा डेम नहर के बीचोंबीच स्थित मंगलेश्वर मंदिर न केवल दुनिया के सबसे पुराने मंदिरों मे एक है, बल्कि यह घाटी में सदियों पुराने भाईचारे और सद्भाव का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत करता आ रहा है.
मंदिर की देखरेख समाज विकास संस्था नामक एनजीओ द्वारा की जाती है लेकिन इस मंदिर को दशकों से मुस्लिम लोगों द्वारा साफ सुथरा और संरक्षित रखा गया है.
मंगलेश्वर मंदिर पर ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट... आपको बता दें यहां के स्थानीय नागरिक रियाज अहमद पिछले दस वर्षों से एनजीओ समाज विकास संस्था से जुड़े हुए हैं. वह मंदिर के प्रति अपने कर्तव्यों का भली-भांति पालन कर रहे हैं.
न केवल यहां रहने वाले पंडित समुदाय मंगलेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना करते आते हैं, बल्कि देश के अन्य हिस्सों से भी लोग पूजा करने यहां पर आते हैं..
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सामाजिक विकास संस्था के महासचिव एमके पंडिता का कहना है कि उनका संगठन इसके अलावा अन्य मंदिरों की भी देखभाल कर रहा है, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण कई काम अब भी अधूरे हैं. एमके पंडिता ने प्रशासन से आग्रह किया है कि इन मंदिरों की मरम्मत और जीर्णोद्धार के काम को जल्द से जल्द पूरा किया जाए, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं दी जा सकें.
गौरतलब है कि दशकों से राजनीतिक संकट के चलते कश्मीर घाटी में चाहे स्थिति कैसी भी रही हो, लेकिन यहां के लोगों ने किसी भी संकट को सदियों से बने हुए भाईचारे पर हावी नहीं होने दिया.