नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में गढ़ बनाने के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मिशन पश्चिम बंगाल और दक्षिण पश्चिम बंगाल की तरफ रुख किया है. गृह मंत्री अमित शाह का मिशन बंगाल वैसे तो काफी पहले से ही शुरू हो चुका है, लेकिन अब बिहार के चुनाव जैसे-जैसे खत्म हो रहे हैं, वैसे-वैसे बीजेपी मिशन बंगाल को गति देने में जुट गई है. गृह मंत्री अमित शाह ने अब दक्षिण बंगाल के उस इलाके में पैठ जमाने की की कोशिश की है जो लेफ्ट और टीएमसी का गढ़ रहा है. इन इलाकों में बीजेपी अभी तक कुछ ज्यादा नहीं कर पाई है.
कोविड-19 के बाद शाह का किसी राज्य का पहला दौरा
कोविड-19 से उबरने के बाद गृह मंत्री अमित शाह का किसी राज्य का यह पहला दौरा है और अपने दो दिवसीय दौरे में अमित शाह पश्चिम बंगाल के बांकुरा, कोलकाता और इसके आस-पास के क्षेत्रों में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनके उत्साहवर्धन कर रहे हैं. बृहस्पतिवार को गृह मंत्री ने बांकुरा इलाके के चतुरधि गांव की एक आदिवासी परिवार के साथ भोजन भी किया. गृह मंत्री को यह मालूम है कि दक्षिण बंगाल की सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की पकड़ अभी तक बहुत मजबूत नहीं बन पाई है, जबकि नार्थ बंगाल में लगभग 9 से भी ज्यादा सीटें पाकर भारतीय जनता पार्टी ने वहां पर अपनी बड़ी बढ़त बनाई थी और पिछले 2019 के चुनाव में कुछ गलत उम्मीदवारों के चयन की वजह से कोलकाता और उसके आस-पास के इलाकों की सीटों से भारतीय जनता पार्टी को हाथ धोना पड़ा था. यही वजह है कि इस बार 2021 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. सूत्रों की मानें तो पिछली बार पार्टी उम्मीदवारों का चयन केंद्रीय कार्यालय में बैठकर किया गया था, लेकिन इस बार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने यह निर्णय किया है कि असेंबली चुनाव के लिए उन्हीं उम्मीदवारों का चयन अंतिम होगा. जिसमें स्थानीय नेताओं के साथ कई दौर की बैठक के बाद मुहर लगाई जाएगी.
फूंक-फूंक कर कदम रख रहे सीनियर लीडर
पिछली बार विद्यासागर की मूर्ति पर काली स्याही फेंकने की घटना ने कोलकाता और दक्षिण कोलकाता के आस-पास के वोटरों को स्तब्ध कर दिया था. इस इलाके के कुछ गलत उम्मीदवारों के चयन की वजह से भी भारतीय जनता पार्टी इन इलाकों में अच्छी जीत दर्ज नहीं कर पाई थी. पार्टी के वरिष्ठ नेता ऐसी गलतियां दोबारा ना हो इसके लिए फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं. एक तरह से देखा जाए, तो गृह मंत्री का दौरा बुधवार की रात से ही शुरू हुआ था. बुधवार को एयरपोर्ट पहुंचने के बाद ही अमित शाह ने हाल ही में पुलिस की हिरासत में मारे गए बीजेपी के कार्यकर्ता मदन गोराई के परिवारवालों से मुलाकात की. वहीं टीएमसी नार्थ बंगाल में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रही है.