नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह दिल्ली स्थित पार्टी के केंद्रीय मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि मेरे रोड शो में आगजनी और पथराव हुआ. विद्यासागर की मूर्ति टीएमसी ने तोड़ी है. उन्होंने कहा कि टीएमसी की पराजय निश्चित है.
कल सीआरपीएफ नहीं होती तो हम नहीं बचते. टीएमसी किसी भी हद तक जा सकती है.
अभी मुझे जानकारी मिली है कि मुझ पर एफआईआर हुई है, दीदी मैं आपके एफआईआर से डरता नहीं हूं, मुझ पर तो एफआईआर हुई है, कई कार्यकर्ताओं को मारा गया है. चुनाव आयोग मूक पर्यवेक्षक बना हुआ है, चुनाव आयोग तुरंत हस्तक्षेप करे, बंगाल में हिस्ट्री शीटरों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? इसी प्रकार चुनाव कराना है तो बंगाल में तो चुनाव आयोग पर सवाल उठेंगे.
शाह बोले कि ममता कहती हैं कि हिंसा बीजेपी कर रही है. बीजेपी का मुकाबला सभी जगह सभी पार्टियों से है. कहीं हिंसा नहीं होती. सिर्फ प.बंगाल में हिंसा हो रहा है, इसका मतलब टीएमसी हिंसा फैला रही है.
मेरे बहुत सारे कार्यकर्ता मारे गए हैं. टीएमसी किसी भी हद तक जा सकती है यह कल सिद्ध हो चुका है. अगल सीआरपीएफ नहीं होती तो मैं मेरा बचकर निकलना मुश्किल था.
बता दें कि मंगलवार को शाह की रैली में झड़पें हुईं थी. टीएमसी ने इस घटना के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रही है तो वहीं दूसरी तरफ टीएमसी इसका ठीकरा बीजेपी पर फोड़ रही है.
अमित शाह ने कहा, कोलकाता के रोड शो में उमड़े जनसैलाब से हताश होकर ममता बनर्जी के गुंडों ने रोड शो पर हमला किया. मुझे बंगाल की जनता पर विश्वास है कि वो इस हिंसा का जवाब अपने मत से TMC को उखाड़ कर देगी. मैं आशा करता हूँ कि चुनाव आयोग TMC के गुंडों को गिरफ़्तार कर बंगाल में शांति बहाल करेगा.
भाजपा शासित 16 के 16 राज्यों में कहीं भी इस प्रकार की घटना नहीं हुई, अन्य राज्यों में भी ऐसी हिंसा नहीं हुई। अकेले TMC शासित राज्य में ऐसा हो रहा है. चुनाव आयोग बंगाल की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है.