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बिहार की वर्चुअल रैली में बोले शाह- चुनाव नहीं, आत्मनिर्भर भारत की है तैयारी

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Published : Jun 7, 2020, 9:19 AM IST

Updated : Jun 7, 2020, 6:12 PM IST

केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार की जनता को वर्चुअल रैली के जरिए संबोधित किया. शाह ने कहा कि यह राजनीतिक दल के गुणगान गाने की रैली नहीं है. ये रैली जनता को कोरोना के खिलाफ जंग में जोड़ने और उनके हौसले बुलंद करने के लिए है. जो वक्रदृष्टा लोग इसमें भी राजनीति देखते हैं, उन्हें मैं कहता हूं कि किसने उन्हें रोका था, दिल्ली में बैठकर मौज करने की जगह, दिल्ली से लेकर पटना और दरभंगा की जनता को जोड़ने के लिए एक वर्चुअल रैली ही कर लेते.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

नई दिल्ली : लॉकडाउन के बीच केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को वर्चुअल रैली के माध्यम से आम लोगों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. यह ऑनलाइन रैली थी. भाजपा की यह वर्चुअल रैली 'बिहार जनसंवाद' का हिस्सा है.

रैली को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने सबसे पहले कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों को श्रद्धंजलि दी और महामारी के खिलाफ लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स का आभार जताया. क्या-क्या कहा शाह ने .....

  • देश का कोई भी हिस्सा चाहे मुंबई, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु हो, जो विकसित है इसकी नींव में जाएंगे तो मेरे बिहार के प्रवासी मजदूर के पसीने की महक आती है.
  • बिहार के व्यक्ति का पसीना इस देश के विकास की नींव में है.
  • करीब 1.25 करोड़ प्रवासी मजदूरों को हजारों ट्रेनों के माध्यम से उनके घरों तक पहुंचाया.
  • कोरोना महामारी के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि सभी जगह प्रवासी मजदूरों को सम्मान से रखा जाए.
  • पीएम ने मजदूरों के लिए 11 हजार करोड़ रुपये राज्यों को दिए.
  • जो लोग मजदूरों को अपमानित करते हैं वह प्रवासी मजदूरों के जज्बे को नहीं समझते हैं.
  • देश का कोई भी कोना हो, उसके विकास की नींव में बिहार के व्यक्ति के पसीने की महक है.
  • ये राजनीतिक प्रोपेगेंडा नहीं है बल्कि ये देश को एक बनाने की मुहिम है.
  • देश की 130 करोड़ जनता मोदी जी के साथ कोरोना की लड़ाई में चट्टान की तरह खड़ी है
  • जनता कर्फ्यू भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के अंदर स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा कि देश के एक नेता की अपील पर कोई पुलिस बल प्रयोग किए बगैर पूरे देश ने घर के अंदर रहकर अपने नेता की अपील का सम्मान किया.
  • एक समय था जब कोई भी हमारी सीमा में प्रवेश करता था, हमारे सैनिकों के साथ मारपीट करता था और दिल्ली का दरबार अप्रभावित रहता था.
  • उरी और पुलवामा हमारे समय के दौरान हुआ था, यह भाजपा सरकार थी, जिसने सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमले किए.
  • भारत की रक्षा नीति को वैश्विक स्वीकृति मिली है.
  • पूरी दुनिया इस बात से सहमत है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और इजराइल के बाद अगर कोई अन्य देश अपनी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है, तो वह भारत है.
  • राहुल गांधी हमेशा कहते थे कि किसानों का कर्ज माफ करो. 10 साल उनकी सरकार रही थी, तो वो दावा करते हैं कि करीब 3 करोड़ किसानों का 60 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया.
  • नरेंद्र मोदी जी ने किसान सम्मान निधि के माध्यम से 9.5 करोड़ किसानों के बैंक खाते में 72,000 करोड़ रुपये हर साल डालने की व्यवस्था की.
  • आरसीईपी की चर्चा कांग्रेस शुरु करके गई थी. इसकी वजह से छोटे किसान, मछुवारे, छोटे कारोबारी, छोटे उद्योग ये सब तबाह हो जाते.
  • मोदी जी ने छोटे किसानों, छोटे व्यापारियों के हित में दृढ़ता से फैसला लेते हुए आरसीईपी समझौते से भारत को अलग कर लिया.
  • 2014 में मोदी जी ने कहा था कि भारत का विकास जो अब तक चला उसमें पश्चिमी भारत और पूर्वी भारत के विकास में बहुत बड़ा अंतर है.
  • आजादी के समय जीडीपी के अंदर पूर्वी भारत का योगदान बहुत ज्यादा होता था, परंतु आजादी के बाद से जिस प्रकार से सरकारें चली उन्होंने पूर्वी भारत के विकास से मुंह मोड़ लिया था और परिणाम ये आया कि पूर्वी भारत पिछड़ता गया.
  • पीएम मोदी ने छह साल के अंदर करोड़ों गरीबों के जीवन में प्रकाश लाने का एक प्रयास किया है जिसका सबसे बड़ा फायदा अगर किसी को हुआ है तो वो मेरे पूर्वी भारत के लोगों को हुआ है.
    वर्चुअल रैली में बोलते अमित शाह
  • आवास, बिजली, बैंक खाते, स्वास्थ्य सेवाएं, गैस सिलेंडर, शौचालय, ये सब तो मोदी सरकार 2014-2019 तक के कार्यकाल में ही दे चुकी थी.
  • 2019 में पीएम मोदी ने जल शक्ति मंत्रालय गठित करके देश के 25 करोड़ लोगों के घर में नल से शुद्ध जल पहुंचाने की योजना शुरु की.
  • आज जब मैं वर्चुअल रैली के माध्यम से आपसे संवाद कर रहा हूं तब कुछ लोगों ने अभी थाली बजाकर इस रैली का स्वागत किया है.
  • यह रैली राजनीतिक दल के गुणगान गाने की रैली नहीं है. ये रैली जनता को कोरोना के खिलाफ जंग में जोड़ने और उनके हौसले बुलंद करने के लिए है.
  • जो वक्रदृष्टा लोग इसमें भी राजनीति देखते हैं, उन्हें मैं कहता हूं कि किसने उन्हें रोका है, दिल्ली में बैठकर मौज करने की जगह, दिल्ली से लेकर पटना और दरभंगा की जनता को जोड़ने के लिए एक वर्चुअल रैली ही कर लेते.
  • आजादी के बाद जब कांग्रेस पार्टी की नेता इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास किया, तब बिहार की जनता ने ही जेपी आंदोलन करके फिर से एक बार लोकतंत्र को स्थापित करने का काम किया.
  • मुझे अच्छा लगा कि देर-सवेर मोदी जी की अपील को उन्होंने माना.
  • बिहार की धरती ने ही पहली बार दुनिया को लोकतंत्र का अनुभव कराया. जहां महान मगध साम्राज्य की नींव डाली गई. इस भूमि ने हमेशा भारत का नेतृत्व किया है.
  • इस रैली का चुनाव से कोई संबंध नहीं है भाजपा लोकतंत्र में विश्वास रखती है.
  • कोरोना संकट में हम जन संपर्क के अपने संस्कार को भुला नहीं सकते.
  • मैं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को बधाई देता हूं कि 75 वर्चुअल रैली के माध्यम से उन्होंने जनता से जुड़ने का मौका दिया है

बता दें रैली को लेकर प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में खास इंतजाम किया गया है. कार्यक्रम का संचालन पटना से किया जा रहा है.

केंद्रीय गृह मंत्री का ट्वीट

गौरलतब है कि भाजपा ने इस ऑनलाइन आयोजन को सफल बनाने के भरपूर प्रयास किया. कोविड-19 महामारी के कारण किसी बड़ी राजनीतिक सभा का आयोजन नहीं हो सकता है.

बिहार में भाजपा, जेडीयू और लोजपा के गठबंधन की सरकार है.

रैली से पहले बिहार भाजपा के नेताओं ने कहा कि पार्टी ने शाह के भाषण को सुनने के वास्ते अपने कार्यकर्ताओं और लोगों के लिए 72,000 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर इंतजाम किया है.

पढे़ं :शाह की आमजन से अपील- जिम्मेदार नागरिक बनें और जनता कर्फ्यू को सफल बनाएं

ऑनलाइन रैली भाजपा के एक महीने चलने वाले अभियान का हिस्सा है, जिसमें मोदी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया जा रहा है. केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर यह आयोजन किया गया.

Last Updated : Jun 7, 2020, 6:12 PM IST

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