नई दिल्ली : दिल्ली में हिंसा के मद्देनजर अमेरिका और रूस ने अपने नागरिकों को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है. अमेरिकी दूतावास ने अमेरिकी नागरिकों को परामर्श देते हुए सुरक्षा अलर्ट जारी किया है.
परामर्श में अपने नागरिकों से कहा है कि वे प्रदर्शन, सड़क और मेट्रो परिवहन और संभावित कर्फ्यू के संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए स्थानीय मीडिया की खबरों पर नजर रखें.
दूतावास ने परामर्श में कहा, 'उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के मद्देनजर भारत में अमेरिकी नागरिकों को सावधानी बरतनी चाहिए और प्रदर्शन से जुड़ी सभी जगहों पर जाने से बचें.'
एडवाजरी में बताया गया है कि दिल्ली के कुछ इलाकों में धारा 144 लागू है. इसके तहत चार या चार से अधिक लोगों को एकत्रित होने की इजाजत नहीं दी जाती है. इसलिए इसका ख्याल रखें. जानें से पहले लोकल मीडिया से मिल रही इनपुट पर नजर बनाए रखें. स्थानीय अधिकारियों की सलाह पर जरूर ध्यान दें.
मंगलवार को प्रधान मंत्री मोदी के साथ अपनी औपचारिक वार्ता के बाद, ट्रंप ने शाम को एक घंटे लंबे अकेले प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. नागरिकता संशोधन अधिनियम के आसपास विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सांप्रदायिक हिंसा के बारे में पूछे जाने पर, ट्रंप ने सीएए को भारत का आंतरिक मामला बताया और कानून पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, 'मैं उस (सीएए) पर कुछ नहीं कहना चाहता. यह भारत पर निर्भर है. मुझे उम्मीद है कि यह अपने लोगों के लिए सही निर्णय लेगा.'