भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल देश भर में अपनी एक अलग पहचान रखता है. राजा भोज की इस नगरी का नजारा जो भी देखता है, मन खुश हो जाता है. लेकिन कभी भी न सोने वाला यह शहर लॉकडाउन के बाद थम सा गया है. हरदम अपने शोरगुल में रहने वाले भोपाल में एक अजीब सी खामोशी छाई हुई है. लॉकडाउन में भोपाल का एक अलग ही रंग देखने को मिल रहा है. ईटीवी भारत आपको भोपाल के इन्हीं नए रंगों का दीदार कराने जा रहा है, जिन्हें देखकर आप भी कहेंगे वाकई कितना बदल गया है, शहर-ए-भोपाल.
1. लेक-व्यू
भोपाल तालाबों का शहर भी कहलाता है, कहावत है 'ताल तो भोपाल ताल, बाकी सब तलैया' लेकव्यू के नाम से मशहूर यह जगह आम दिनों में हर वक्त गुलजार रहती थी. लेकिन लॉकडाउन से यहां सब-कुछ सूना है. मानों जैसे लेकव्यू की लहरें कह रही हों, उसे चाहने वाले जल्द उसका दीदार करेंगे.
2. ताजुल मस्जिद
यह है भोपाल की ताजुल मस्जिद, जिसका अर्थ होता है, मस्जिदों का ताज. हमारे देश की यह सबसे बड़ी मस्जिद है और शहर भोपाल की शान. रमजान के पाक महीने में तो यहां नामाजी हर वक्त जुटे रहते थे, लेकिन इस बार रमजान में भी ताजुल मस्जिद सूनी है. सुबह-शाम आजान तो होती है. लेकिन सबकुछ शांत रहता है.
3. वीआईपी रोड
यह है भोपाल का खूबसूरत वीआईपी रोड. जिसे भोपाल शहर का मरीन ड्राइव भी कहा जाता है. आम दिनों में सुबह से देर रात तक यहां तालाब के किनारें चाट-पापड़ी का लुफ्त उठाते हुए सेल्फियों का दौर चलता था. वीआईपी रोड खूबसूरत तो उतनी ही है, जितनी पहले थी. बस यहां सन्नाटा नजर आता है.
4. स्वाद रेस्टोरेंट
भारत भवन का स्वाद रेस्टोरेंट भी हर वक्त लोगों से भरा रहता था. अब वह भी खाली है. इसके पास बने भारत भवन में हर दिन नाटक के प्रदर्शन, सांस्कृतिक गतिविधियों से सराबोर रहता था. जहां अभिनेताओं के संवाद गूंजते थे. शास्त्रीय नृत्य गायन वादन होता था, लेकिन फिलहाल यहां सबकुछ शांत है.