नई दिल्ली : सितंबर के दूसरे सप्ताह से शुरू होने वाले संसद के आगामी मानसून सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें वैकल्पिक दिन पर आयोजित होने की संभावना है. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है. सूत्रों के मुताबिक दोनों सदन में सांसद व अन्य अधिकारी शारीरिक रूप से उपस्थित रहेंगे.
सूत्रों ने कहा, 'लोकसभा की कार्यवाही लोकसभा हॉल, राज्य सभा हॉल और सेंट्रल हॉल से चलने की संभावना है. जबकि राज्यसभा की कार्यवाही लॉबी सहित राज्यसभा और लोकसभा हॉल से होगी. हालांकि, बैठने की व्यवस्था के बारे में अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है.'
गौरतलब है कि इससे पहले 22 सितंबर से मानसून सत्र आयोजित किए जाने की खबर सामने आई थी. दरअसल, अंतिम बजट सत्र 23 मार्च को समाप्त हो गया था, और इसलिए भारत के संविधान के आदेशपत्र के अनुसार, दो सत्रों के बीच अधिकतम छह महीने का अंतर 22 सितंबर को समाप्त होता है.
संसद में तैनात एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न जाहिर करने का अनुरोध करते हुए बताया कि मानसून सत्र की तारीख तय करने के लिए संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपीए) इस सप्ताह बैठक करेगी.
सरकार सीसीपीए बैठक में अपने कामकाज के विवरण को भी साझा करेगी, जो पिछले सप्ताह होने वाली थी, लेकिन कुछ कारणों और अन्य अधिकारियों की व्यस्तताओं के कारण नहीं हो सका.
अधिकारी ने कहा कि संसद के सत्र का संचालन करने के लिए केंद्र सरकार से अब तक 'कोई लिखित सूचना' नहीं मिला है.
लोकसभा सचिवालय मामले के जानकार एक अन्य अधिकारी ने बताया, 'यह ज्ञात है कि मानसून सत्र 23 सितंबर से पहले किसी भी समय शुरू हो जाएगा. चूंकि बैठने की व्यवस्था के संबंध में लोकसभा में तैयारी अभी भी लंबित है, इसलिए यह उम्मीद की जाती है कि सरकार सितंबर के दूसरे सप्ताह में मानसून सत्र की तारीख घोषित कर सकती है.'
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संसद के कई सदस्यों ने यह भी कहा कि उन्हें कुछ जानकारियां मिली हैं कि सत्र सितंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू हो सकता है.