बेंगलुरु :'नित्यानंद ध्यानपीतम' नामक एक हिंदू धार्मिक समूह की स्थापना करने वाला नित्यानंद एक स्वयंभू धर्मगुरु है. 'नित्यानंद ध्यानपीतम' समूह नियमित रूप से विवादों में रहा है. नित्यानंद पर आश्रम में बलात्कार और बच्चों का अपहरण करने और उन्हें अवैध तरीके से बंदी बनाने का आरोप है.
वर्ष 2010 में टीवी समाचार चैनलों पर नित्यानंद का एक वीडियो सामने आया था, जहां उसे एक तमिल अभिनेत्री के साथ कथित तौर पर यौन क्रिया करते हुए देखा गया था.
हालांकि, बाद में उसने आरोपों का खंडन किया. उसने दावा किया कि वह नपुंसक है और केवल शवासन योग मुद्रा का अभ्यास कर रहा था.
बेंगलुरु में उसके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद उसे अप्रैल 2010 में हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से गिरफ्तार किया गया. हालांकि, उसे जल्द ही जमानत पर छोड़ दिया गया.
वहीं दो साल बाद अमेरिका की एक महिला ने उस पर पांच साल तक दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था.
वर्ष 2019 में नित्यानंद पर तमिलनाडु के एक दंपति द्वारा अपने बच्चों का अपहरण करने और उन्हें अहमदाबाद में अपने आश्रम में रखने का आरोप लगाया गया.
पुलिस ने नित्यानंद को बच्चों के अपहरण और गलत तरीके से कैद कर अपने अनुयायियों से चंदा इकट्ठा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. उस पर 19 वर्ष की एक महिला का अपहरण और प्रताड़ित करने का भी आरोप था.
नवंबर 2019 में गुजरात पुलिस ने बताया कि नित्यानंद 50 से अधिक मामलों में हाजिरी न देने में विफल होने के बाद देश से भाग गया.
नित्यानंद का कैलासा
पिछले साल देश से भागे दुष्कर्म के आरोपी स्वयंभू धर्मगुरु स्वामी नित्यानंद ने अपना एक देश बनाने का दावा किया था. जब से नित्यानंद देश छोड़कर भागा है, तभी से उसकी तालाशी हो रही है.
इसी बीच साल 2019 के दिसंबर में मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि नित्यानंद ने अपना एक देश बना लिया है, जिसका नाम कैलासा है.
कैलासा डॉलर
बलात्कार के मुकदमे में गिरफ्तारी से बचने के लिए भारत से भागने के एक वर्ष बाद नित्यानंद ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर कैलासा के नए केंद्रीय बैंक और मुद्रा का अनावरण किया था. नित्यानंद ने साल 2019 में कैलासा की स्थापना की थी.
गणेश चतुर्थी पर अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर साझा किए गए एक वीडियो में नित्यानंद ने रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा लॉन्च किया और कैलासियन डॉलर नाम की अपनी आधिकारिक मुद्रा पेश की.
कैलासा की वेबसाइट पर एक घोषणा में कहा गया है कि कैलासा राष्ट्र के लिए यह मील का पत्थर और ऐतिहासिक क्षण है. कैलासा एकमात्र हिंदू राष्ट्र है और यह दुनियाभर के सभी हिंदुओं को चिह्नित करता है.
बता दें, नित्यानंद के खिलाफ पहले ही वारंट जारी किया जा चुका है. जब नित्यानंद बिदादी आश्रम में रह रहा था, तब उसने रामनगर पुलिस को पासपोर्ट के नवीनीकरण का अनुरोध किया, लेकिन उस समय एसपी रमेश बनोठ ने सहमति नहीं दी. बाद में नित्यानंद गुजरात चला गए.
सूत्रों के मुताबिक, नित्यानंद ने देश से भागने के लिए एक फर्जी पासपोर्ट और पहचान का इस्तेमाल किया था या दूसरे देश से पासपोर्ट प्राप्त कर भारत से बाहर चला गया.