दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

जामिया मामले पर विपक्ष का संयुक्त वार, नेता बोले- मोदी व शाह हैं जिम्मेदार

नागरिकता (संशोधन) कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिलिया इस्लामिया के समीप पुलिस के साथ झड़प हो गई. इस दौरान हिंसक वारदातें हुईं.

1
प्रेस वार्ता करते विपक्षी दलों को नेता

By

Published : Dec 16, 2019, 1:48 PM IST

Updated : Dec 16, 2019, 4:38 PM IST

नई दिल्ली : जामिया मामले पर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर संयुक्त प्रहार किया है. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) के महासचिव सीताराम येचुरी सहित अन्य नेताओं ने सोमवार को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नागरिकता कानून पर अपनी बात रखी.गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के जामिया विश्वविद्यालय और उसके आस-पास के इलाकों रविवार को भी प्रदर्शन जारी रहा. आज भी प्रदर्शन चल रहा है.

जामिया मिलिया इस्लामिया मामले पर गुलाम नबी आजाद ने कहा, '​​पुलिस कुलपति की अनुमति के बिना विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश नहीं कर सकती है. यदि उसे अनुमति नहीं थी, तो केंद्र सरकार के अधीन आने वाली पुलिस ने परिसर में कैसे प्रवेश किया? हम इसकी निंदा करते हैं. इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए.'

गुलाम नबी आजाद

गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री कहते हैं कि इस पूरे प्रकरण के पीछे कांग्रेस का हाथ है. अगर कांग्रेस ऐसी हिंसा भड़काने में सक्षम होती तो बीजेपी आज सत्ता में नहीं होती. यह बेबुनियाद आरोप है. हम इसकी निंदा करते हैं. इस पूरे प्रकरण (प्रदर्शन) के लिए केवल सत्ताधारी पार्टी, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और उनका मंत्रिमंडल जिम्मेदार है.'

जावेद अली

सपा नेता जावेद अली खान ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए. उन्होंने घटना की कड़ी निंदा की. इस घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट की तरफ से की जानी चाहिए. अब सरकार को चाहिए कि वह इस कानून को समाप्त करे.

सीताराम येचुरी

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने इस मसले पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, 'यहां जामिया में जो कुछ भी हुआ, हम उसकी निंदा करने के लिए एकत्र हुए हैं. जामिया में जो कुछ भी हुआ, वह लोकतंत्र में मान्य नहीं है और हम इसकी निंदा करते हैं.'

कपिल सिब्बल.

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने जामिया मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रखी. सिब्बल ने कहा कि यह दंगे फसाद शासन के फैसलों पर हो रहे हैं और जब दंगे शासन के फैसलों को खिलाफ होते हैं, तो वे बहुत खतरनाक होते हैं.

डी राजा

वहीं सीपीआई महासचिव डी. राजा ने कहा, 'जहां तक ​​वामपंथी दलों का सवाल है, हमने 19 दिसंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. हमें उम्मीद है कि यह विरोध प्रदर्शन बड़े पैमाने पर होगा. हम सभी धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक ताकतों से विरोध में शामिल होने की अपील करते हैं.'

शरद यादव

इसके अलावा शरद यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार इतना जान ले कि उसने जिस संविधान को बदला है, उसे भारत के लोगों ने अपनी कुर्बानी देकर बनाया है.

Last Updated : Dec 16, 2019, 4:38 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details