नई दिल्ली: एयर इंडिया ने आज वुहान (चीन) से भारतीयों को निकालना शुरू कर दिया है. इसके लिए पहली विशेष उड़ान, 15 केबिन क्रू और 5 कॉकपिट क्रू के साथ डबल डेकर जंबो 747 चीन के वुहान में पहुंच चुकी है.
चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप रिपीट प्रकोप के मद्देनजर वहां से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एअर इंडिया का 423 सीटों वाला बी747 विमान शुक्रवार को दिल्ली से दोपहर एक बजकर 20 मिनट पर वुहान हवाईअड्डे के लिए रवाना हुआ.
यह उड़ान कल दोपहर 2 बजे वुहान (चीन) से दिल्ली लौट सकती है. यह डबल डेकर विमान 423 सीटों के साथ कॉन्फ़िगर किया गया है. एक और विशेष उड़ान कल T3, दिल्ली से रवाना हो सकती है.
चीन पहुंची एयर इंडिया की फ्लाइट वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कोरोना वायरस के केन्द्र हुबेई प्रांत के वुहान शहर से भारतीयों के एक समूह को निकालने में सहयोग के लिये चीन के अपने समकक्ष वांग यी को शुक्रवार को धन्यवाद दिया.
एयर इंडिया केबिन क्रू के सदस्य जयशंकर ने वांग से फोन पर बात करने के बाद ट्वीट किया कि दोनों देश कोरोना वायरस की चुनौतियों से निपटने के लिये संपर्क में रहने को लेकर सहमत हुए हैं.
बता दें कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) अस्पताल के पांच डॉक्टरों की एक टीम, एयर इंडिया के एक पैरामेडिकल स्टाफ के साथ डॉक्टर, मास्क, ओवरकोट, पैक्ड फूड से निर्धारित विमान में सवार हैं.
इस विशेष विमान में इंजीनियरों, सुरक्षा कर्मियों की एक टीम भी मौजूद है. संपूर्ण बचाव अभियान का नेतृत्व एयर इंडिया के निदेशक ऑपरेशन कैप्टन अमिताभ सिंह कर रहे हैं.
एयर इंडिया ने पहले भी लीबिया, इराक, यमन, कुवैत और नेपाल से ऐसी निकासी की थी.
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अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के पांच डॉक्टर और एक परा-चिकित्सक विमान में सवार होंगे. करीब 400 भारतीय लोगों को वापस लाने की संभावना है.
विमानन कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘विमान करीब 12 बजकर 50 मिनट पर रनवे पर आया और इसने दोपहर एक बजकर 20 मिनट पर उड़ान भरा।.विमान के उड़ान भरने में देरी हुई क्योंकि कुछ चीजों की मंजूरी लंबित थी.
अधिकारी ने बताया कि विमान में एक परा-चिकित्सक सवार है.
उन्होंने कहा कि संभावना है कि यह विमान शुक्रवार को देर रात एक बजे से दो बजे के बीच लौट जाएगा.
एअर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अश्वनी लोहानी ने शुक्रवार को कहा, ‘‘विमान में कोई सेवा नहीं दी जाएगी. जो भी खाद्य पदार्थ होंगे वह सीट पॉकेट में रखे होंगे। कोई सेवा नहीं होगी तो (चालक दल के सदस्यों और यात्रियों के बीच) कोई संपर्क भी नहीं होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘ चालक दल के सदस्यों और यात्रियों के लिए मास्क का प्रबंध किया गया है। हमने चालक दल के सदस्यों के लिए सुरक्षा कवच का भी प्रबंध किया है.
सरकार ने चीन के हुबेई प्रांत में रहने वाले 600 भारतीय लोगों से यहां वापस लौटने की इच्छा जानने के लिए संपर्क किया था. हुबेई प्रांत के वुहान में इस वायरस से सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हैं.
चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 213 पहुंच गई है। वहीं कुल 9,692 मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से 5,806 मामले हुबेई प्रांत के हैं और यहां 204 लोगों की मौत हो चुकी है.
अगस्त, 1990 में, एयर इंडिया और तत्कालीन भारतीय एयरलाइन ने 59 दिनों में 488 उड़ानों के माध्यम से इराक और कुवैत से एक लाख से अधिक भारतीयों को निकाला, 1948-49 के बाद सबसे बड़ा हवाई निकासी का विश्व रिकॉर्ड बनाया.