नई दिल्ली:चीन के वुहान में कोरोना वायरस का संकट से पूरी दुनिया दहशत में है. इस बीमारी से अब तक चीन में हजारों लोग काल के गाल में समा गए हैं. कोरोना वायरस फैलने के बाद वहां से भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने वाली विशेष उड़ान के पायलट एयर इंडिया के अमिताभ सिंह थे.
एयर इंडिया के पायलट अमिताभ सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि जब हम भारतीय नागरिकों को लेने चीन के वुहान में उतरे उस समय माहौल में खौफ और घनघोर सन्नाटा था.
कोरोनो वायरस प्रकोप के केंद्र वुहाने से दो बोइंग 747 की विमान की मदद से कुल 647 भारतीयों को निकाला गया था, इनमें 7 मालदीव के बही लोग शामिल थे. कैप्टन अमिताभ 31 जनवरी और 2 फरवरी को संचालित की गईं दोनों स्पेशल फ्लाइट में थे. प्रत्येक विशेष उड़ान में 15 केबिन क्रू सदस्य थे और पायलट के दो सेट मोजूद थे.
ईटीवी भारत से बात करते हुए एयर इंडिया के संचालन निदेश अमिताभ सिंह ने उस समय के बारे में बताया जब बोइंग 747 यात्री जेट वुहान में उतरा था. अमिताभ ने कहा कि सभी सड़कों पर स्ट्रीट लाइट जल रही थीं लेकिन सड़क पर न तो कोई इंसान था न ही कोई वाहन और ना ही किसी वाहन की आवाजाही.
कैप्टन सिंह ने कहा कि सामान्य हवाई अड्डे की तरह कुछ भी नहीं था. सब कुछ एकदम शांत था. हम एकमात्र विमान थे जो उतरे और यहां तक कि उनके सभी (चीन) हवाई जहाजों को भी सील कर दिया गया.
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ईटीवी भारत ने अमिताभ से केबिन क्रू के पहले अनुभव के बारे में पूछा, जब उन्हें पता चला कि वे क्रू मेंबर्स उस क्रू का हिस्सा हैं, जो वुहान से सैकड़ों फंसे भारतीयों को वापस लाएंगे तो उनकी क्या प्रतिक्रिया थी.
इसपर अमिताब ने कहा कि वे सभी वे सभी उड़ान को संचालित करने के लिए तैयार थे. हालांकि उनको जेहन में अपने परिवार के लिए कुछ सवाल थे लेकिन अपने लिए कोई चिंता नहीं थी.
कैप्टन अमिताभ ने कहा कि एयर इंडिया किसी भी तरह की आपात स्थिति के लिए हमेशा तैयार है, हमने पहले भी में बहुत सारे लोगों को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला है, हमने बहुत से सैनिकों को मोर्चे पर पहुँचाया है, और हम इसके लिए हमेशा तैयार हैं.
विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नई दिल्ली में कोरोनो वायरस-पीड़ित वुहान में फंसे भारतीयों के लिए एक निकासी अभियान का संचालन करने वाली एयर इंडिया टीम के 68 बहादुरों को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी किए गए प्रशंसा पत्र सौंपे.