अंबाला: फ्रांस से खरीदे जाने वाले लड़ाकू विमान राफेल की तैनाती अंबाला वायुसेना स्टेशन पर की गई. भारतीय वायु सेना के एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने 17 स्कवाड्रन को फिर से गठित किया है. यह राफेल को संचालित करने वाली पहली इकाई होगी.
बीएस धनोआ ने 'गोल्डन एरो' 17 स्क्वाड्रन को फिर किया शुरु स्क्वाड्रन के गठन पर बोलते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह को स्क्वाड्रन प्रतीक चिह्न सौंपते हुए मुझे खुशी हो रही है.
पढ़ें:भारतीय वायुसेना में 20 साल बाद शुरू होगा 'गोल्डन एरो' 17 स्क्वाड्रन, जानें मकसद
भारतीय वायु सेना प्रमुख बी एस धनोआ मंगलवार को अंबाला एयर फोर्स स्टेशन पहुंचे. बता दें कि यहां एक समारोह में उन्होंने ' गोल्डन ऐरोज 17 स्कवाड्रन को फिर से गठित करने का ऐलान किया. बता दें कि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा कि, गोल्डन ऐरोज पेशेवर उत्कृष्टता और समर्पण का प्रतीक रहा है. अंबाला के साथ 17
स्कवाड्रन का जुड़ाव 1951 में यहां बनने के बाद से ही है. यह अंबाला में फिर वापस आ गया है.
बता दें कि 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान एयर चीफ मार्शल धनोआ द्वारा 'गोल्डन एरो' 17 स्क्वाड्रन की कमान संभाली थी. 17 स्कवाड्रन को 1951 में बनाया गया था, जो शुरुआत में डेहविल्लैंड वैम्पायर एफ एम के 52 विमान उड़ाता था.