दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

कोवैक्सीन ट्रायल में आ रही दिक्कत, वॉलंटियर्स नहीं आ रहे सामने - कोवैक्सीन फेज 3 ह्यूमन ट्रायल

कोरोना के लिए कोवैक्सीन का इंतजार लंबा खिंचता चला जा रहा है. एम्स के सूत्रों ने जानकारी दी है कि अंतिम चरण के लिए हो रहे ट्रायल में वॉलंटियर्स की जरूरत है, लेकिन वे सामने नहीं आ रहे हैं. जाहिर है, जब तक यह चरण पूरा नहीं हो जाता है, तब तक वैक्सीन बाजार में उपलब्ध नहीं हो पाएगा.

AIIMS को नहीं मिल रहे वॉलंटियर्स
AIIMS को नहीं मिल रहे वॉलंटियर्स

By

Published : Dec 20, 2020, 12:30 PM IST

नई दिल्ली: कोरोना के वैक्सीन को लेकर पूरे देश में बड़ी उत्सुकता है. उम्मीद व्यक्त की जा रही है कि नए साल में कोरोना वैक्सीन आ जाएगा और उसके बाद कोरोना का डर हमेशा के लिए दूर हो जाएगा. लेकिन हैरानी की बात यह है कि देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में चल रहे आईसीएमआर और भारत बायोटेक की मदद से बनने वाले वैक्सीन "कोवैक्सीन" के फेज 3 ह्यूमन ट्रायल के लिए वॉलंटियर्स नहीं मिल रहे हैं. जब तक यह फाइनल स्टेज ह्यूमन ट्रायल पूरा नहीं होगा, तब तक आम लोगों के इस्तेमाल के लिए वैक्सीन को क्लीयरेंस नहीं दिया जाएगा.

एम्स सूत्र के मुताबिक एम्स में कोवैक्सीन के तीसरे फेज के ह्मयूमन ट्रायल के लिए उतने वॉलंटियर्स नहीं मिल पा रहे हैं, जितने की आवश्यकता है. बताया जा रहा है कि वॉलिंटियर्स को भी आम लोगों की तरह यह लगने लगा है कि अब बहुत जल्द ही वैक्सीन बाजार में आने वाली है तो फिर ह्यूमन ट्रायल का हिस्सा क्यों बना जाए?

मन ट्रायल के लिए एम्स को नहीं मिल रहे वॉलंटियर्स

सिर्फ 200 वॉलंटियर्स ही रजिस्टर्ड

आपको बता दें कि पूरे देश भर में दिल्ली एम्स समेत 12 जगहों पर को वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है. दिल्ली एम्स ऐसे ही साइट में शामिल है, जहां "कोवैक्सीन" का फाइनल ह्यूमन ट्रायल किया जा रहा है. इस फेज के लिए कम से कम 1500 वॉलंटियर्स की आवश्यकता है, लेकिन अभी तक सिर्फ 200 वॉलंटियर्स ही रजिस्टर्ड किए जा सके हैं. एम्स में ह्यूमन ट्रायल कोऑर्डिनेटरर कम्यूनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. संजय राय वॉलंटियर्स के उदासीन रवैया से खुश नहीं हैं.

आम लोगों को देर से मिलेगी वैक्सीन

यह बात तय है कि जब तक तीसरे फेज का ह्यूमन ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक वैक्सीन की सेफ्टी और एफिसेंसी के बारे में आंकड़े पूरे नहीं मिलेंगे. ऐसी परिस्थिति में वैक्सीन को आम लोगों के इस्तेमाल के लिए क्लीयरेंस देने वाली अथॉरिटी इसे पास नहीं करेगी. इसमें जितनी देर होगी आम लोगों को वैक्सीन उतनी ही देरी से मिलेगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details