नई दिल्ली : जियो प्लेटफॉर्म और गूगल ने एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम और प्ले स्टोर के लिए अनुकूलन के किफायती स्मार्टफोन को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए एक वाणिज्यिक समझौता किया है.
अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, 'मैं उत्साहित हूं कि हमारा संयुक्त सहयोग उन करोड़ों भारतीयों तक पहुंच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो वर्तमान में भी मोबाइल में हुए बदलाव का अनुभव में नहीं पा रहे हैं.'
बता दें कि रिलायंस जियो ने 2017 में जियो फोन लॉन्च किया था. जो वर्तमान में देश के फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के बीच 20 फीसदी है.
मुकेश अंबानी ने अपने 43वें एजीएम को संबोधित करते हुए कहा कि जियो ने शून्य से प्रारंभ कर पूर्णतया अपना 5जी समाधान डिजाइन और विकसित किया है. यह परीक्षण के लिए तैयार है. अगले साल जितनी जल्दी 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध होगा उतनी ही जल्दी हम इसका प्रायोगिक परीक्षण शुरू कर देंगे.
काउंटरपॉइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने बताया कि जियो में मूल्य निर्धारण में अपने प्रतिद्वंद्वियों को कम आंकने की क्षमता है जैसा कि हमने पहले देखा है.
उन्होंने कहा कि गूगल की साझेदारी इसे स्थिर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर अनुभव प्रदान करने के लिए अधिक लचीलापन देगी. व्यक्तिगत रूप से, शुरुआती 4 जी स्मार्टफोन लॉन्च के साथ जियो और एंड्रॉइड वन प्रोग्राम के साथ गूगल ने प्रवेश स्तर(प्रारंभिक दामों) के स्मार्टफोन उपयोगकर्ता को पकड़ने के लिए अतीत में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था लेकिन सफल नहीं हुआ था.