नई दिल्ली : गृह मंत्रालय ने चक्रवात 'फोनी' को लेकर अलर्ट जारी किया है. उन्होंने कहा कि चक्रवात 'फोनी' के कारण सोमवार शाम तक बहुत भयंकर चक्रवाती तूफान आने की आशंका है. इसके मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है.
जानकारी मिली है कि गुरुवार तक यह तूफान 'बेहद खतरनाक चक्रवात' का रूप ले सकता है.
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने अपने दोपहर एक बजे के बुलेटिन में कहा कि चक्रवाती तूफान वर्तमान में त्रिंकोमाली (श्रीलंका) से 620 किलोमीटर पूर्व, चेन्नई (तमिलनाडु) से 880 किमी दक्षिण-पूर्व में और मछलीपट्टनम (आंध्र प्रदेश) से 1050 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में है.
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बुलेटिन में कहा गया, 'अगले छह घंटों में इस चक्रवाती तूफान के और तेज होने की आशंका है तथा बाद के 24 घंटों में यह बहुत ही भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. इसके एक मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है और इसके बाद धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर फिर से बढ़ने की संभावना है.'
मौसम विभाग ने कहा कि यह गुरुवार तक 'बेहद गंभीर चक्रवात' में तब्दील हो सकता है.
आपातकालीन स्थिति मामलों की देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने सोमवार को चक्रवात 'फोनी' से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया और राज्य सरकारों को तूफान से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सभी सहायता मिलने का आश्वासन दिया.
गृह मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा मछुआरों से समुद्र में न जाने को कहा गया है क्योंकि चक्रवात 'फोनी' के मंगलवार को बहुत तेज तूफान में परिवर्तित होने की आशंका है.