चंडीगढ़ : इस समय कोरोना वायरस दुनिया के ज्यादातर देशों में पहुंच चुका है और आए दिन हजारों नए केस सामने आ रहे हैं. सरकारें लगातार लोगों को इसके बारे में जागरूक करने और सभी तरह की जानकारियां देने में लगी हुई हैं. लेकिन अब तक लोगों को इस वायरस के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाई है, जिसे लेकर लोगों में कई तरह के मिथक बन गए हैं.
इन्हीं सब बातों का ध्यान रखते हुए ईटीवी भारत ने हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉक्टर रविंद्र खैवाल से खास बातचीत की, जिसमें कोरोना से जुड़ीं सभी भ्रांतियों के बारे में जाना.
क्या अधिक तापमान होने से कोरोना वायरस खत्म हो जाता?
इस बारे में डॉक्टर रविंद्र ने कहा कि कोरोना वायरस का तापमान से कोई लेना देना नहीं है. ऐसी कोई भी रिसर्च अब तक सामने नहीं आई है, जिससे यह साबित होता है कि तापमान बढ़ने पर यह वायरस खत्म हो जाता है. कोरोना वायरस को लेकर कई देशों में अब भी रिसर्च जारी है, लेकिन अब तक किसी भी रिसर्च में यह सामने नहीं आया है कि इस पर तापमान का कोई असर पड़ता है.
दो इंसानों के बीच कम से कम कितनी दूरी होनी चाहिए?
डॉ. रविंद्र ने बताया कि दो इंसानों में बात करते समय कम से कम एक मीटर की दूरी होनी ही चाहिए. इसके अलावा दोनों के मुंह ढके होने चाहिए. उन्होंने कहा, 'हम किसी से भी बात करें. हमें दूरी को बनाए रखना चाहिए. क्योंकि हमें यह नहीं पता होता कि कौन व्यक्ति संक्रमित है और कौन व्यक्ति संक्रमित नहीं है. बहुत से ऐसे मरीज भी सामने आए हैं. जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था. लेकिन बाद में वे संक्रमित पाए गए. इसलिए दो लोगों के बीच में कम से कम एक मीटर की दूरी होनी ही चाहिए और दोनों लोग मुंह ढककर ही आपस में बात करें.'