नई दिल्ली : अभिनेत्री स्वरा भास्कर, जीशान अय्यूब,अनुराग कश्यप और अपर्णा सेन समेत फिल्म जगत से जुड़ी हस्तियों के एक समूह ने उत्तर प्रदेश में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा की न्यायिक जांच कराने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि वह किसी तरह की गुंडागर्दी का समर्थन नहीं करते.
अदालत से की गई अपील को अभिनेत्री स्वरा भास्कर और अभिनेता मोहम्मद जीशान अय्यूब ने यहां संवाददाता सम्मेलन में पढ़कर सुनाया.
अपील में कहा गया है कि वह किसी भी तरह की हिंसा या गुंडागर्दी का समर्थन नहीं करते. शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के नागरिकों के 'पवित्र अधिकार' का राज्य में हनन किया गया है.
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए स्वरा भास्कर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती थी, लेकिन पुलिस ने जिस क्रूरता से एक विशेष वर्ग को निशाना बनाया, लोगों की गोली मारकर हत्या की गई, वह अक्षम्य है
वहीं, अभिनेता जीशान अयूबी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश एक ऐसी जगह है जहा हम भारत की कल्पना करते हैं. हम इस तरह के अत्याचारों के बारे में सोच भी नहीं सकते.'
उन्होंने कहा 'यह एक ऐसा समय है जब हम इन अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एक साथ खड़े हैं.'
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इस दौरान उन्होंने पत्र पर फिल्मकारों अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी, अपर्णा सेन और अलंकृता श्रीवास्तव के साथ साथ अभिनेत्री कुब्रा सैत, मल्लिका दुआ, कोंकणा सेन शर्मा, अय्यूब और भास्कर के हस्ताक्षर हैं.
इसमें अनुरोध किया गया है कि उत्तर प्रदेश में जो कुछ भी हुआ, अदालतें उस पर स्वत: संज्ञान लें. साथ ही लोगों की मौत और संपत्ति को हुए नुकसान की न्यायिक जांच का भी अनुरोध किया गया है.