नई दिल्लीः विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को 'वीर चक्र' से सम्मानित किया जाएगा. यह युद्ध के समय दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है. उन्होंने गत फरवरी में अपने मिग-21 बाइसन विमान से पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था. पाकिस्तान ने उन्हें तीन दिन तक बंदी बनाकर रखा था.
वहीं, थलसेना से राष्ट्रीय राइफल्स के सप्पर प्रकाश जाधव को मरणोपरांत कीर्ति चक्र दिया जाएगा जो शांतिकाल में दिया जाने वाला दूसरा सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है.
भारत और पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों के बीच 27 फरवरी को हुई हवाई लड़ाई के दौरान उड़ान नियंत्रक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली स्क्वाड्रन लीडर मिन्टी अग्रवाल को युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा.
भारतीय वायुसेना को कुल 13 पुरस्कार मिले हैं जिनमें पांच युद्ध सेवा पदक और सात वायुसेना पदक हैं.
पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर हमला करने वाले कम से कम पांच मिराज लड़ाकू विमान पायलट भी पुरस्कार पाने वालों में शामिल हैं.
विंग कमांडर अभिनंदन को 'वीर चक्र' से किया जाएगा सम्मानित
रक्षा मंत्रालय ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सैन्य पुरस्कारों की घोषणा की. विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को युद्ध के समय दिए जाने वाले तीसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...
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थलसेना को आठ शौर्य चक्र और 98 पदक सेना को भी मिले हैं.
भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने कहा, 'हमें खुशी है कि विंग कमांडर वर्धमान को वीर चक्र मिला है.'
अभिनंदन वर्धमान तब देश के नायक बन गए थे जब उन्होंने 27 फरवरी को अपने मिग 21 बाइसन विमान से पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था.
इसके बाद उनका विमान भी गिर गया था. लेकिन वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सुरक्षित कूदने में सफल रहे थे. भारत के दबाव के आगे झुकते हुए पाकिस्तान ने उन्हें एक मार्च की रात को रिहा कर दिया था.
बता दें, विमान से कूदने के दौरान अभिनंदन को चोटें लगी थीं. वायुसेना का एक उच्चस्तरीय मेडिकल बोर्ड अभिनंदन को पहले ही लड़ाकू विमान के कॉकपिट में लौटने की हरी झंडी दिखा चुका है.
भारत के लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविर पर हमला कर अनेक आतंकवादियों को मार डाला था. इसके अगले दिन 27 फरवरी को पाकिस्तान के विमानों ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें खदेड़ दिया गया था.