लखनऊ : राजस्थान से जातिगत सर्वे के लिए आने वाले फोन कॉल्स को लेकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के निर्देश पर हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. इस एफआईआर में संबंधित सर्वे कंपनी और जिस संगठन की ओर से इस तरह के फोन कॉल्स कराए जा रहे हैं, उसे आरोपी बनाया गया है.
एफआईआर दर्ज होने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि यह जातिगत सर्वे आम आदमी पार्टी करा रही थी. ट्वीट कर संजय सिंह ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों और दलितों की हत्या करना अपराध नहीं, लेकिन योगी सरकार जातिवादी है या नहीं इसका सर्वे कराना अपराध है. सरकार जातिवादी नहीं है तो सर्वे से डर कैसा? सर्वे मैंने कराया है. जांच में जनता का पैसा बर्बाद मत करो, जो पूछना है मुझसे पूछो. योगी जी का एक और मुकदमा'.
आगामी पंचायती चुनाव और 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से विरोधी दल सरकार को लेकर आक्रामक होते हुए नजर आ रहे हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश में आम लोगों को फोन करके जातिगत सर्वे कराया जा रहा है. इसकी जिम्मेदारी आम आदमी पार्टी ने ली है. सर्वे में लोगों को फोन कर यह पूछा जाता है कि इससे पहले की दो सरकारों ने उत्तर प्रदेश में जातिगत आधार पर शासन किया या वर्तमान सरकार भी जातिगत आधार पर शासन कर रही है?
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अपनी सहमति जताने के लिए लोगों को अलग-अलग नंबर के बटन दबाने को कहा जाता है. आम लोगों के मोबाइल फोन पर या सर्वे करने के लिए 7447178543 नंबर से फोन आ रहा है. यह नंबर कोटा राजस्थान का बताया जा रहा है. इसको लेकर सरकार में भी बेचैनी है. जानकारी मिलने के बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने सक्रियता दिखाते हुए फोन कॉल के संदर्भ में हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह सामने आए हैं और उन्होंने इस सर्वे की जिम्मेदारी ली है.