श्रीनगर :जम्मू और कश्मीर में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच भाईचारे का एक अनूठा उदाहरण सामने आया है. एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में हिंदु और मुस्लिम भाईचारा देखा गया. कश्मीर के धार्मिक भाईचारे की सदियों पुरानी परंपरा शोपियां जिले के पडगुची इलाके में आज भी जीवित है. शनिवार सुबह इलाके में एक पंडित बस्कर नाथ का निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार करने में अन्य कश्मीरी पंडितों के साथ स्थानीय मुसलमानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
भारी बर्फबारी के बीच कश्मीरी पंडित की अर्थी को मुस्लिम भाइयों ने दिया कंधा - शोपियां जिले के पडगुची इलाके में जीवित है
कश्मीर के धार्मिक भाईचारे की सदियों पुरानी परंपरा शोपियां जिले के पडगुची इलाके में जीवित है. शनिवार सुबह इलाके में एक पंडित बस्कर नाथ का निधन हो गया. पड़ोसी मुसलमानों ने उनकी मदद के लिए हाथ मिलाया और हिंदू-मुसलमानों ने मिलकर उनका अंतिम संस्कार किया.
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बस्कर नाथ के शव को ले जाने में स्थानीय मुस्लिम सबसे आगे रहे. हालांकि, बर्फबारी की वजह से बस्कर नाथ के परिवार के लिए अंतिम संस्कार करना मुश्किल हो गया. लेकिन पड़ोसी मुसलमानों ने उनकी मदद के लिए हाथ मिलाया और हिंदू-मुसलमानों ने मिलकर उनका अंतिम संस्कार किया.
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