चंडीगढ़ : अन्य युवकों की तरह हरियाणा के 29 वर्षीय हरप्रीत सिंह भी कुछ सपने लेकर पांच साल पहले स्टडी वीजा पर ऑस्ट्रेलिया गए थे, लेकिन अचानक एक वर्ष पहले उसे ब्रेन ट्यूमर हो गया. इलाज शुरू करवाया तो बीमारी बढ़ती गई. परिजनों के अनुसार अब तक हरप्रीत के चार बड़े ऑपरेशन हो चुके हैं, लेकिन उसके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ.
आस्ट्रेलियाई चिकित्सकों का कहना है कि हरप्रीत सिंह का बचना मुश्किल है. अब हरप्रीत की मां सुखविंद्र कौर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि उसके बेटे को इंडिया लाया जाए या उसे अपने बेटे के पास ऑस्ट्रेलिया भेजा जाए. मां का कहना है कि वह बेटे के अंतिम समय में उसके पास रहना चाहती है और उसकी देखभाल करना चाहती है.