चंडीगढ़ : देश में लगातार कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. इस संक्रमण से रोकथाम के लिए कई सारे एनजीओ और समाजसेवी मिलकर काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में चंडीगढ़ में यूनिक सोसायटी ऑफ आर्टिस्ट्स के कुछ कलाकारों द्वारा नई पहल की जा रही है. यहां कुछ शिक्षक मिलकर लोगों को मास्क पहनने के लिए जागरूक कर रहे है. इसके लिए वह मिलकर घर पर बने मास्क पर आकर्षक पेंटिंग बना रहे हैं. यह कलात्मक रचना लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित कर रही है.
पेंटिंग वाले रंगबीरंगे मास्क इस संबंध में समाजसेवी राजेश सिवाच बताते हैं कि उनका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना था कि मास्क आवश्यक है और घर से बाहर निकलने से पहले इसे पहनना बेहद जरूरी है. उनके हिसाब से मास्क पर पेंटिंग के जरिए लोगों को समझाने का एक बहुत आसान तरीका है. एक रचनात्मक मुखौटे के साथ लोग ज्यादा अच्छे तरीके से कोरोना से बचाव के बारे में जागरूक होंगे. वह बताते हैं कि एक कलाकार के पास लोगों तक संदेश पहुंचाने की अपनी कला है. उन्होंने जो मास्क बनाया है, उसमें यह दिखाने की कोशिश की गई है कि कैसे एक परिवार संक्रमण से लड़ सकता है.
मास्क के जरिए समाज को संदेश शिक्षक मास्क पर पेंटिंग कर लोगों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. इसके लिए आप इस मास्क में कई प्रकार के पेंटिंग देख सकते हैं. इसमें शिक्षिका सीता द्वारा बनाए गए मास्क पर 'बेटी बढ़ाओ, बेटी बचाओ' का संदेश दिया गया है. जो समाज को रूढ़िवादी परंपराओं से बहार लाने के लिए अभिप्रेरित करती है. इसी तरह सीता ने घर पर बनाए गए मास्क का प्रयोग करने पर जोर दिया है, क्योंकि यह आसानी से घर पर बचे हुए कपड़ों से इसे बना सकते हैं. इसके साथ ही यह वॉशेबल होता है. सीता ने इसी प्रकार प्लास्टिक को बैन करने के लिए कुछ दिनों पहले कपड़े से बने बैग बाजारों में बेचे थे, जो लोगों को काफी पसंद आए.
मास्क के जरिए समाज को संदेश पढ़ें -शरीर में एंटीबॉडी की मौजूदगी कोरोना से बचाव की गारंटी नहीं
कई सारे कलाकार इस कोरोना महामारी के दौरान अपनी-अपनी कला के जरिए लोगों को इससे सुरक्षित करने के लिए संदेश दे रहे हैं. कोई अपने गानों से तो कोई कविताओं से, कोई रंगोली बनाकर तो कोई लघु फिल्म बना कर, ऐसे में इन चित्रकारों ने भी समाज को प्रेरणा देने का एक रास्ता चुन लिया है जो लोगों तक पहुंच रहा है. इसके साथ ही लोग इसे ट्रेंड की तरह शौक से उपयोग और पसंद कर रहे हैं.