नई दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की विवादास्पद मौत ने पूरे देश को हिला दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) को सौंपा है. सीबीआई को ज्यादा तर निष्पक्ष रूप से कानून की एक एजेंसी के रूप में कार्य करने में असफलता के लिए आलोचना की गई है. इसके बाद भी प्रभावशाली व्यक्तियों के उलझे मामलों की जांच के लिए सीबीआई की मांग रही है.
भ्रष्टाचार से लेकर हत्या तक, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भारत में किसी भी मामलों की जांच करने वाली एक एजेंसी है. जब भी कोई महत्वपूर्ण केस होता है तो उसकी जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा जाता है. जिसमें राजनेताओं के केस, बैंक धोखाधड़ी, बड़े व्यवसायी और बलात्कार जैसे हाई प्रोफाइल मामले शामिल होते हैं, लेकिन सीबीआई के कई ऐसे मामले हैं, जिन्हें अब तक सुलझाया नहीं जा सका है. आइए जानते हैं सीबीआई के उतार-चढ़ाव वाले मामले.
सीबीआई के बारे में जानकारी लेने के लिए ईटीवी भारत ने सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक, एनके सिंह से खास बाचचीत की. उन्होंने बताया कि 'सीबीआई में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, मैंने सीबीआई में 10 साल की सेवा दी थी. कोई भी संस्था आज वह नहीं है जो पहले थी, इसमें सीबीआई भी शामिल है. लोगों को सीबीआई पर बहुत भरोसा है, हालांकि कभी-कभी यह अच्छा काम करने में असफल रही है और कई बार इसे अच्छा काम करने के लिए क्रेडिट भी मिला है. मैंने सेंट किट्स फोर्जरी केस समेत कई भ्रष्टाचार के मामले संभाले हैं.'
पूर्व सीबीआई अधिकारी ने दो अक्टूबर, 1977 को इंदिरा गांधी को गिरफ्तार किया था. आगे सिंह बताते हैं कि 'किसी भी मामले को उठाने के लिए सीबीआई को सरकार से मंजूरी लेनी होगी जो पहले नहीं थी. इसने सीबीआई की स्वतंत्र स्वायत्ता पर एक छाया डाली है. फिर भी लोगों को सीबीआई पर भरोसा है.'
वह कहते हैं कि सीबीआई के काम में किसी प्रकार का राजनौतिक हस्तक्षेप सही नहीं है. हालांकि सरकार के पास सीबीआई की देखरेख करने की शक्ति है.
सीबीआई के कुछ सनसनीखेज मामले
स्टर्लिंग बायोटेक घोटाला :बदनाम स्टर्लिंग बायोटेक घोटाला, जिसमें चेतन संदेसरा और उनके भाई सांदेसरा शामिल थे. वड़ोदरा स्थित स्टर्लिंग बायोटेक के निदेशकों ने कथित तौर पर 5,700 करोड़ रुपये के लगभग छह बैंकों को धोखा दिया था. सीबीआई ने कुछ डेयरियों का पता लगाया, जिसमें स्टर्लिंग बायोटेक द्वारा जनवरी और जून 2011 में लोगों और फर्मों को किए गए भुगतान का विवरण था.
विजय माल्या मामला : विजय माल्या के बैंक धोखाधड़ी का मामला सबसे ज्यादा चर्चित मामले में से एक था. माल्या 9,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी कर बैंकों को कथित रूप से ठगने के बाद माल्य 2016 में भारत से ब्रिटेन भाग गया.
चॉपर घोटाला :सीबीआई द्वारा संभाला गया सबसे संवेदनशील मामला 3,600 करोड़ रुपये का अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर घोटाला है, जिसमें भारत के 12 अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टरों को इतालवी रक्षा विनिर्माण क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फिनमेकेनिका द्वारा खरीदने के लिए सहमत होने के बाद बिचौलियों और यहां तक कि राजनेताओं पर रिश्वत देने का आरोप सामने आया था.