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बेरुत विस्फोट में उठा मशरूम जैसा बादल, जानें इसके बारे में

हाल ही में लेबनान की राजधानी बेरूत में एक भयानक विस्फोट हुआ, जिसने 70 से ज्यादा लोगों की जान ले ली. इस विस्फोट से जो धुएं का गुब्बार उठा उसकी आकृति मशरूम की तरह थी. आइए जानते हैं क्या है मशरूम के बादल? कैसे बनते हैं यह?...

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बेरुत विस्फोट में उठा मशरूम जैसा बादल

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Published : Aug 6, 2020, 3:17 PM IST

हैदराबाद : लेबनान की राजधानी बेरुत में मंगलवार को हुए एक भीषण विस्फोट में शहर के बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. इसमें 70 से अधिक लोगों की जान चली गई और करीब 3,000 लोग घायल हो गए. इस विस्फोट से मशरूम जैसी आकृति बन गई. आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों के बारे में...

जानिए क्या है मशरूम के बादल, कैसे बनते हैं यह...

  • कोई भी महत्वपूर्ण उच्च ऊर्जा विस्फोट थर्मोबारिक हथियारों सहित एक मशरूम जैसे बादल बना सकता है. यही कारण है कि यह आम तौर पर परमाणु विस्फोटों से जुड़ा होता है.
  • मशरूम जैसे दिखने वाले बादल ज्वालामुखी विस्फोट के माध्यम से प्राकृतिक रूप से भी बन सकते हैं.

मशरूम के बादल क्या हैं...

  • एक मशरूम बादल आमतौर पर मलबे के धुएं और संघनित जल वाष्प से बना होता है.
  • मशरूम के बादल बनने के लिए एक विस्फोट से गैस का एक बहुत गर्म बुलबुला बनाने की आवश्यकता होती है.
  • महत्वपूर्ण रूप से गैस के इस बुलबुले के चारों ओर हवा की तुलना में कम घनत्व होना चाहिए.
  • इसका मतलब है कि यह तेजी से आगे बढ़ता है और आसपास की हवा की तुलना में अधिक जगह भरता है.

मशरूम के बादल बनने की स्थिति...

  • गैस तेजी से पास की हवा को ऊपर खींचती है, जिससे आस-पास की हवा के केंद्र पर बहुत तेजी से दबाव बनता है.
  • जिसे मशरूम स्टैम (stem) कहा जाता है.
  • अंत में गैस इतनी अधिक बढ़ जाती है कि यह आसपास की हवा की तुलना में कम घनी नहीं होती है.
  • इस कारण यह गैस के मलबे और वाष्प छलकर मशरूम के बादलों को बनाती है.

कुछ सिद्धांत इस ओर इशारा कर रहे हैं कि यह बादल परमाणु विस्फोट से बने हैं, जिसे विशेषज्ञों ने नकार दिया.

न्यू मैक्सिको विश्वविद्यालय में एक डॉक्टरेट के उम्मीदवार मार्टिन फीफर के अनुसार, जो परमाणु हथियारों के मानव इतिहास पर शोध कर रहे हैं, विस्फोट में परमाणु विस्फोट के दो नमूनों का अभाव था. एक चकाचौंध सफेद चमक और दूसरी थर्मल पल्स. मंगलवार को हुए विस्फोट से एक खास चमक गायब है. इस विस्फोट के बाद कोई रोडियोधर्मी भी नहीं गिरा.

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