नई दिल्ली: भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के पांच कर्मियों को छत्तीसगढ़ में नक्सल रोधी कार्रवाई में बहादुरी के साथ अपने कर्तव्य का पालन करने के लिए स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पदक से सम्मानित किया गया है .
आपको बता दें कि बल को इस बार विभिन्न सेवा श्रेणियों में कुल 19 पदक मिले हैं.
ITBP के जिन पांच कर्मियों को वीरता पदक मिला है, उनमें बल की 44वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार, इंस्पेक्टर जितेंद्र, हेड कांस्टेबल सुखदेव डोंकरी और कांस्टेबल अनिल नेगी तथा कांस्टेबल महेश कुमार शामिल हैं.
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बल के एक प्रवक्ता ने बताया कि इन कर्मियों को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में 25 अक्टूबर 2017 को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में अदम्य साहस और असाधारण वीरता का प्रदर्शन करने के लिए वीरता पदक से सम्मानित किया गया है.
उन्होंने बताया कि रातभर चली मुठभेड़ में इस टीम ने नक्सल पीएलजीए क्षेत्रीय समिति के तीन सदस्यों को मार गिराया जिन पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था. इस मुठभेड़ में इन कर्मियों ने असाधारण साहस और वीरता का परिचय दिया.
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उपमहानिरीक्षक रबींद्र पांडेय को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया गया. उत्कृष्ट सेवाओं के लिए पुलिस पदक पाने वालों में सेकंड इन कमांड रैंक अधिकारी धीरेंद्र सिंह नेगी, इंस्पेक्टर बाबूलाल और सहायक कमांडेंट भानिता तिमुंगपी शामिल हैं.
तिमुंगपी एक कुशल पर्वतारोही हैं और उनके नाम कई सफल अभियान दर्ज हैं. वह संतोष यादव के बाद बल की दूसरी महिला पर्वतारोही हैं जिनके पास पर्वतारोहण का व्यापक अनुभव है। संतोष यादव माउंट एवरेस्ट पर दो बार चढ़ने वाली विश्व की प्रथम महिला हैं. पद्मश्री प्राप्त यादव आईटीबीपी में डिप्टी कमांडेंट थीं.