हैदराबाद : कोरोना वायरस से दुनियाभर में तबाही मची हुई है. इसी बीच चीन ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. चीन ने कहा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित अधिकतर लोगों में इसके कोई लक्षण नहीं देखे गए हैं.
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित पांच में से चार लोगों में इसके लक्षण नहीं दिखाई देते हैं.
कई विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं का मानना है कि कोरोना वायरस के संक्रमितों में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं दिखाई देने के कारण संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि चीन में एक अप्रैल को 166 केस सामने आए थे, जिसमें से 130 में कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए थे.
इस बीच, बीजिंग ने यात्रा प्रतिबंधों को लागू कर दिया और वायरस को फैलने से रोकने के लिए घर लौटने वाले सभी चीनी नागरिकों का परीक्षण करना शुरू कर दिया.
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक शोधकर्ता और महामारी विशेषज्ञ टॉम जेफरसन कहा कि यह जानकारी बेहद जरूरी है.
जेफरसन ने कहा कि यह नमूना छोटा है, लेकिन और अधिक डेटा उपलब्ध हो जाएगा. इसके अलावा, यह स्पष्ट नहीं है कि इन मामलों की पहचान कैसे की गई थी. अगर यह मान लिया जाए की यह सभी पर लागू किया जा सकता है और संक्रमितों में से 10 फीसदी चीन के बाहर भी हैं तो इसका मतलब है कि यह वायरस दुनियाभर में फैल चुका है.
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यदि नतीजे सिर्फ प्रतीकात्मक हैं, तो पूरी दुनिया में लॉकडाउन क्यों किया जा रहा है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग में अब तक कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के जरिए 43,000 मामलों की पुष्टि की है. यह सभी मामले स्पर्श संक्रमण के हैं.
लॉकडाउन : घरेलू हिंसा और ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे अपराधों में वृद्धि
गौरतलब है कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से दुनियाभर में 64,000 से अधिक लोगों की मौत चुकी है, जिनमें लगभग तीन चौथाई मौतें केवल यूरोप में हुई हैं. इसके साथ ही विश्वभर में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 12 लाख के पार कर गई है.