चंडीगढ़ : उच्च सुरक्षा वाले अमृतसर केंद्रीय कारागार के तीन विचाराधीन कैदी जेल तोड़कर भाग गए, जिसके बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्यभर में जेलों की सुरक्षा की समीक्षा करने और उसमें सुधार लाने का आदेश दिया है.
इस मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कमिश्नर जालंधर को सेंट्रल जेल अमृतसर से तीन कैदियों के भागने की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं .
उन्होंने कारागार मंत्री को सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत सस्पेंड करने का निर्देश देते हुए और मामेल की जांच के निर्देश दिए हैं.
बलात्कार का एक आरोपी और चोरी तथा डकैती के अन्य दो आरोपी (दोनों भाई) करीब 10 ईंटें हटाकर अपनी बैरक की दीवार तोड़कर शनिवार तथा रविवार की मध्यरात्रि को भाग गए.
आधिकारिक बयान के अनुसार, पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि उन्होंने करीब 16 फुट ऊंची अंदर की दीवार को एक-दूसरे के ऊपर चढ़कर फांदा, जबकि करीब 21 फुट ऊंची बाहर की दीवार को स्टील की एक छड़ और गद्दे के कवर से हुक बनाकर फांदा.
उन्होंने कहा कि अंतत: वे टावर नंबर 10 के पास एक प्वाइंट से जेल परिसर से भाग गए. यह हिस्सा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में नहीं था.
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डीजीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार बाहर से मदद मिलने का कोई सबूत नहीं है. ऐसा लगता है कि बैरक नंबर सात के अहाता नंबर दो में 61 कैदियों में से तीनों ने खुद से भागने की योजना बनाई.