जयपुर : राजस्थान के अजमेर में ऑनलाइन बैंकिंग या ट्रांजैक्शन में थोड़ी सी भी लापरवाही आपको कितना बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है. इस बात का सबूत है राजस्थान के गंज थाना क्षेत्र में सामने एक मामला, जहां फास्टैगका रिचार्ज कराने के नाम पर साढ़े तीन लाख की रकम खाते से साफ हो गई.
दरअसल, पुष्कर रोड निवासी रिकब जैन ने गंज थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी कार को फास्टैग से ऑनलाइन रिचार्ज कराने का प्रयास किया. इस प्रक्रिया के दौरान उसे आए कॉल पर कॉलर ने उसकी गाड़ी के नंबर के साथ-साथ बैंकिंग से जुड़ी तमाम जानकारियां भी हासिल कर ली.
फास्ट् टैग रिचार्ज के नाम पर ठगी जिसके बाद उसके खाते से तीन लाख 50 हजार 495 की निकासी साफ हो गई. वहीं, इस मामले की शिकायत रकब जान की ओर से गंज थाने में दर्ज कराई गई. जहां मामले की पड़ताल सहायक उपनिरीक्षक रिछपाल सिंह की ओर से की जा रही है.
मामले की जांच कर रहे अधिकारी को नहीं पता कितने की हुई ठगी
वहीं, इस पूरे मामले में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि रिकब जैन की ओर से गंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया. जिसमें इस पूरे मामले की जांच उपनिरीक्षक रिछपाल सिंह कर रहे हैं, लेकिन रिछपाल सिंह को यह भी नहीं जानकारी के रिकब जैन के साथ ऑनलाइन ठगी आखिर कितने की हुई. उनके ओर से जानकारी दी गई कि केवल मात्र 35 हजार की ठगी की वारदात सामने आई है. जबकि ठगी तीन लाख 50 हजार की हुई है. जिस पर पीड़ित की ओर से जांच अधिकारी बदलने की भी मांग की गई है.