मुंबई : देश में पिछले वर्ष सितम्बर से लेकर इस साल अगस्त महीने तक आतंकवाद रोधी और अन्य अभियानों में सीआरपीएफ तथा बीएसएफ जैसे अर्धसैनिक बलों के कर्मियों सहित कुल 292 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं. यह जानकारी आधिकारिक आंकड़ों में दी गई है.
आंकड़ों में यह भी उल्लेख किया गया है कि स्वतंत्रता से लेकर इस साल अगस्त तक 35 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने अपना बलिदान दिया है.
सितम्बर 2018 से इस साल अगस्त तक शहीद होने वाले राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों के कर्मियों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों की संख्या सबसे अधिक 67 है. इनमें सीआरपीएफ के वे 40 जवान भी शामिल हैं, जो इस साल 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हो गये थे.
विभिन्न पुलिस बलों और संगठनों से प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए एक बयान में कहा गया कि एक साल की अवधि में शहीद होने वालों में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 41, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 23 और जम्मू कश्मीर पुलिस के 24 कर्मी शामिल हैं.
सूची में महाराष्ट्र पुलिस के 20 कर्मियों के नाम भी शामिल हैं, जिनमें से 15 इस साल मई में गढ़चिरौली में माओवादियों द्वारा किये गये बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हो गये थे.
इस एक साल की अवधि में शहीद होने वालों में छत्तीसगढ़ पुलिस के 14, कर्नाटक पुलिस के 12, रेलवे रक्षा बल (आरपीएफ) के 11, दिल्ली पुलिस के 10, राजस्थान पुलिस के 10, बिहार पुलिस के सात और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल (सीआईएसएफ) के छह कर्मी शामिल हैं.