लखनऊ : पांच अगस्त को होने वाले राम मंदिर शिलान्यास को लेकर देशभर में उत्साह देखने को मिल रहा है. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में सर्राफा व्यापारियों और कारीगरों ने राम मंदिर के लिए 22 किलो चांदी से बनी ईंट तैयार की है. ईंट को बनाने में 14 लाख रुपये से ज्यादा का खर्च आया है.
खास बात यह है कि जिन कारीगरों ने इस ईंट को बनाने में अपना योगदान दिया है, वह कारीगर मुस्लिम समाज से हैं.
इसके अलावा सभी धर्मों के लोगों ने इस खास ईंट को तैयार करने में अपना योगदान दिया है. सर्राफा व्यापारियों का कहना है कि इस ईंट को लेकर वह खुद अयोध्या जा रहे हैं और इसे मंदिर के लिए भेंट किया जाएगा, ताकि मंदिर की नींव में इस ईंट को भी लगाया जा सके, क्योंकि यह ईंट सभी धर्मों की एकता की मिसाल कायम करती है.
पढ़ें-राम मंदिर भूमिपूजन में नहीं जाएंगे शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद, कहा- सही समय नहीं
चोपला मंदिर के पास सर्राफा व्यापारी एकत्रित हुए और इस बात की जानकारी दी. सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते उन्होंने बताया कि एक पैनल अयोध्या के लिए रवाना होगा. ईंट पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिखा गया है. इसके अलावा ईंट पर उसके वजन की जानकारी भी दी गई है. इसके अलावा ईंट पर सर्राफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों के नाम भी लिखे हुए हैं.
साथ में अटैच है टेस्टिंग सर्टिफिकेट
ईंट खालिस चांदी की है. इस बात का सर्टिफिकेट भी ईंट में अटैच किया गया है. सर्राफा व्यापारियों का कहना है कि वह काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि ऐतिहासिक राम मंदिर की नींव के लिए मिलकर कुछ योगदान करने के काबिल हैं. उनका कहना है कि देशभर में राम मंदिर के शिलान्यास को लेकर उत्साह है, जिसमें व्यापारियों और कारीगरों ने स्वेच्छा से ईंट को राम मंदिर शिलान्यास तक पहुंचाने का प्रयास किया है.