विश्व जनसंख्या दिवस आज, जानें इससे जुड़ी खास बातें
हर वर्ष 11 जुलाई को पूरी दुनिया में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है कि लोग बढ़ती जनसंख्या की ओर ध्यान दें और जनसंख्या निंयत्रण करने में भी अपना योगदान दें. विश्व जनसंख्या दिवस का हर बार थीम बदलता रहता है. कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार का थीम महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़ा हुआ है. पढ़ें पूरी खबर...
विश्व जनसंख्या दिवस
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Published : Jul 11, 2020, 6:05 AM IST
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Updated : Jul 11, 2020, 11:57 AM IST
हैदराबाद : हर वर्ष 11 जुलाई को पूरी दुनिया में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है कि लोग बढ़ती जनसंख्या की ओर ध्यान दें और जनसंख्या निंयत्रण करने में भी अपना योगदान दें. संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया की बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए 11 जुलाई, 1989 को पहली बार लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस मनाया. इसके बाद यह हर वर्ष मनाया जाने लगा.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि सतत विकास के लिए एजेंडा 2030 दुनिया को स्वास्थ्य ग्रह बनाने के लिए बेहतर भविष्य का खाका है. उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि यह मिशन जनसंख्या वृद्धि, उम्र बढ़ने, प्रवासन और शहरीकरण सहित जनसांख्यिकीय रुझानों के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है.
जनसंख्या वृद्धि से जुड़े मुद्दे
परिवार नियोजन
लिंग समानता
बाल विवाह
मानवाधिकार
स्वास्थ्य अधिकार, बच्चों का स्वास्थ्य आदि
इसलिए विश्व जनसंख्या दिवस हमेशा प्रजनन स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करता है.
विश्व जनसंख्या दिवस 2020 का थीम इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए विश्व जनसंख्या दिवस का थीम मुख्य रूप से दुनियाभर में महिलाओं और लड़कियों की स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा पर आधरित है. कोरोना संकट में सबसे ज्यादा महिलाओं को परेशानी हुई है. दुनियाभर में आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने से महिलाओं को गर्भ निरोधकों की अनुपलब्धता से गर्भावस्था की संभावना बढ़ जाती है.
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने कहा कि यदि लॉकडाउन छह महीने तक जारी रहता है, और स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े व्यवधान आते रहे तो कम और मध्यम आय वाले देशों में 47 मिलियन महिलाओं को आधुनिक गर्भ निरोधक नहीं मिल पाएंगे. इसके चलते सात फीसदी महिलाएं अनैच्छिक रूप से गर्भवती हो जाएंगी.
लिंग आधारित हिंसा के 31 मिलियन अतिरिक्त मामलों की भी उम्मीद की जा सकती है. दो मिलियन जननांग से जुड़े मामले और 13 मिलियन बाल विवाह हो सकते हैं.
बता दें कि साल 2019 में जनसंख्या दिवस की थीम 'फैमिली प्लानिंग : इम्पावरिंग पीपुल, डिवेलपिंग नेशन्स' रखी गई थी.
विश्व जनसंख्या दिवस का इतिहास साल 1968 में वैश्विक नेताओं ने सुझाव दिया था कि जनता को स्वतंत्र रूप से और जिम्मेदारी से अपने बच्चों की संख्या और समय निर्धारित करने का एक बुनियादी मानव अधिकार होना चाहिए.
11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत 1989 में, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की संचालक परिषद द्वारा की गई थी. दरअसल 11 जुलाई, 1987 तक वैश्विक जनसंख्या का आंकड़ा 5 अरब के पार हो चुका था, जिसे देखते हुए वैश्विक हितों को ध्यान में रखते हुए इस दिवस को मनाने और जारी रखने का निर्णय लिया गया.
विश्व के सबसे अधिक जनसंख्या वाले 10 देश (एक जुलाई, 2020)
देश
जनसंख्या
चीन
1,39,40,15,977
भारत
1,32,60,93,247
अमेरिका
33,26,39,102
इंडोनेशिया
2,67,02,63,66
पाकिस्तान
23,35,00,636
नाइजीरिया
21,40,28,302
बांग्लादेश
16,26,50,853
रूस
14,17,22,205
मेक्सिको
12,86,49,565
संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2019 में जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की आबादी में अगले 30 वर्षों में दो बिलियन लोगों की वृद्धि की उम्मीद है, जो वर्तमान में 7.7 बिलियन से 2050 में 9.7 बिलियन हो जाएगी.
मध्यम-संस्करण प्रक्षेपण के अनुसार, दुनिया के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) वाले क्षेत्रों और चयनित देशों के समूहों में 1990, 2019, 2050 और 2100 के लिए कुल प्रजनन क्षमता.