नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी से बर्खास्त किए गए संजय झा के ट्वीट पर विवाद हो गया है. झा ने दावा किया है कि पार्टी के अंदर शीर्ष नेतृत्व को लेकर नेता नाराज चल रहे हैं और उन लोगों ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है. हालांकि, पार्टी ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है.
संजय झा ने ट्वीट कर लिखा कि तथ्यों की अनदेखी करने से करने से तथ्य कभी खत्म नहीं होते, लेकिन हम उनसे इनकार करते रहते हैं.
भाजपा पर निशाना साधते हुए संजय झा ने कहा, 'भाजपा-फेसबुक विवाद परेशान करने वाला है.' उन्होंने कहा कि सभी लोगों को पता है कि 2016के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में क्या हुआ था.
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने कुछ समय पहले घोषणा की थी कि पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव तक सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी.
हालांकि, संजय झा के ट्वीट ने मीडिया को एक नया मुद्दा देने का काम किया है. संजय झा ने अपने ट्वीट में कहा है कि कांग्रेस के लगभग 100 नेता (सांसद सहित) पार्टी के आंतरिक मामलों से व्यथित हैं.
संजय झा ने ट्वीट में दावा किया कि इन नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा है जिसमें पार्टी के नेतृत्व बदलने की मांग की गई है. इसके साथ ही नेताओं ने कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) में पारदर्शी चुनावों की भी मांग सोनिया के समक्ष रखी है.
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने संजय झा को पार्टी से निकाल दिया है. हाल ही में कांग्रेस के प्रवक्ता पद से हटाए गए संजय झा ने अपनी पार्टी की राजस्थान में जारी सियासी संकट के हल सुझाए थे.उन्होंने कहा था कि राजस्थान में सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए.
हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस तरह का कोई भी पत्र लिखे जाने की बात को खारिज किया. उन्होंने कहा, भाजपा का फेसबुक से लिंक के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए मीडिया में कुछ गलत प्रचार किया जा रहा है. ऐसा कोई पत्र है ही नहीं. उन्होंने आगे कहा, 'हां, भाजपा के कुछ कठपुतली इस मुद्दे पर कूद पड़े हैं.'
कांग्रेस पार्टी के सचिव प्रणव झा ने भी कहा, 'ऐसा कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है.'
एक सवाल के जवाब में हालांकि कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया शिनाते ने कहा कि पार्टी में अंदरूनी लोकतंत्र है और सभी को पत्र लिख्रने की पूरी आजादी है. कांग्रेस वर्किंग कमेटी को अपना नेता चुनने का पूरा अधिकार भी है. कांग्रेस ने कहा कि पार्टी के कुछ नेता भाजपा के इशारों पर काम कर रहे हैं.
वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि फेसबुक बीजेपी लिंक से ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी की मात्र एक चाल है. अलबत्ता, भाजपा के धुरंधरों ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
बता दें, रविवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा था, 'भाजपा-आरएसएस भारत में फेसबुक और वॉट्सएप का नियंत्रण करती हैं. इस माध्यम से ये झूठी खबरें व नफरत फैलाकर वोटरों को फुसलाते हैं. आखिरकार, अमेरिकी मीडिया ने फेसबुक का सच सामने लाया है.'
सचिन पायलट को की थी सीएम बनाने की वकालत
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही लड़ाई में संजय झा ने सचिन पायलट का पक्ष लिया था. उन्हें सीएम बनाने की बात की थी. पिछले कुछ समय से वो ट्विटर पर कांग्रेस के खिलाफ खुलकर लिख रहे थे. सिंधिया और पायलट को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में देखने वाले संजय झा ने तो सचिन पायलट को पीएम मटेरियल तक बता दिया था.
14 जुलाई 2020 को कांग्रेस पार्टी ने संजय झा को से सस्पेंड कर दिया था. संजय झा पहले कांग्रेस के प्रवक्ता थे. एक महीने पहले ही उन्हें इस पद से हटाया गया था. पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासन तोड़ने के मामले में कांग्रेस ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी सस्पेंड कर दिया है.