बेंगलुरु: पुलिस ने शहर में एक बस स्टॉप शेल्टर की चोरी के मामले का पटाक्षेप करते हुए उसकी असलियत बताई है. बताया जाता है कि इस बारे में पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि कनिंघम रोड पर बने बस शेल्टर की चोरी हो गई है. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद जांच में पाया कि बस स्टॉप की चोरी नहीं हुई है, बल्कि दी गई शिकायत झूठी है. बता दें कि बस स्टैंड का निर्माण 21 अगस्त को बीबीएमपी की अनुमति से 10 लाख रुपये की लागत से साइन पोस्ट कंपनी द्वारा किया गया था. वहीं 27 अगस्त को सभी बस स्टॉप के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बस शेल्टर गायब था. इस पर तुरंत बीबीएमपी अधिकारियों को फोन कर जानकारी लेने पर बताया गया कि उन्होंने बस स्टॉप को खाली नहीं किया है. वहीं दूसरी तरफ एन रवि रेड्डी ने शिकायत की थी कि कुछ चोरों ने बस स्टॉप की चोरी कर ली गई है.
मामले की जांच के बाद पुलिस ने असली कहानी का खुलासा करते हुए बताया कि एक निजी कंपनी ने बस स्टॉप बनाने का प्रस्ताव दिया था. हालांकि किसी भी संबंधित विभाग से इसके लिए आधिकारिक अनुमति नहीं ली गई थी. वहीं रवि रेड्डी ने 21 अगस्त को बिना अनुमति के बस शेल्टर का काम शुरू कर दिया था. काम शुरू करने के पहले दिन ही काम बीच में ही रुक गया और बाकी काम के लिए जरूरी उपकरण को वहीं छोड़ दिया गया.