रायगंज/कालियागंज (पश्चिम बंगाल) :पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले में 17 साल की एक किशोरी के साथ कथित रूप से बलात्कार के बाद उसकी हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने शनिवार को 20 साल के एक युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि इस घटना के विरोध में स्थानीय लोगों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया था, जिस कारण पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. पुलिस अधीक्षक मोहम्मद सना अख्तर ने बताया कि 17 साल की इस किशोरी का शव शुक्रवार को कालियागंज थाना क्षेत्र में एक नहर से मिला था. उन्होंने बताया कि किशोरी मुख्य आरोपी को जानती थी.
अख्तर ने बताया कि किशोरी की मां से मिली शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. अख्तर ने कहा कि प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि शव के पास से जहर की शीशी मिली है. उन्होंने कहा कि हम घटना की प्रत्येक पहलू से जांच कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा से करीब 18 किलोमीटर दूर और कोलकाता से 320 किलोमीटर उत्तर में स्थित कालियागंज में स्थानीय लोगों ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया.
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उन्होंने बताया कि प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठी चलानी पड़ी. स्थिति नियंत्रित किए जाने से पहले दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही भीड़ ने कई दुकानों और ई-रिक्शा को आग के हवाले कर दिया. अधिकारियों के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने सड़कों पर टायर जलाकर यातायात अवरुद्ध कर दिया और पुलिस कर्मियों पर पथराव किया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कालियागंज थाने का घेराव किया, जबकि भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए.
अधिकारियों के अनुसार, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रैपिड ऐक्शन फोर्स (आरएएफ) को बुलाया गया. उन्होंने बताया कि हिंसा में शामिल कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस कार्रवाई में तीन लोग घायल हो गए और उन्हें रायगंज सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्थानीय भाजपा सांसद देबाश्री चौधरी के साथ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे मजूमदार ने घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि हमें लगता है कि मामले की जांच सीबीआई से कराने पर ही सच्चाई सामने आएगी.