कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर स्थित एगरा में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके के मुख्य आरोपी कृष्णपाद बाग उर्फ भानु की मौत हो गई. जांच अधिकारियों ने बताया कि कृष्णपाद का इलाज ओडिशा के कटक जिले के एक अस्पताल में चल रहा था. बता दें कि बीते मंगलवार को एगरा में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हो गया था. जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी. मामले की जांच सीआईडी कर रही है.
इस मामले में कृष्णपाद के बेटे पृथ्वीजीत बाग और भतीजे बिस्वजीत बाग को भी गिरफ्तार किया गया है. पूर्वी मिदनापुर के जिला पुलिस अधीक्षक के. अमरनाथ ने कृष्णपाद बाग के मौत की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि आरोपी के शव को ओडिशा से पश्चिम बंगाल लाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में कृष्णपाद बाग के बेटे और भतीजे की भूमिका की जांच कर रही है.
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उन्होंने कहा कि कृष्णपाद बाग के अंतिम संस्कार के बाद पृथ्वीजीत बाग और बिस्वजीत बाग को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जायेगी. पुलिस के अनुसार कृष्णपाद ही उस फैक्ट्री का मालिक था. गुरुवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने सीआईडी को विस्फोट की जांच जारी रखने का निर्देश दिया. साथ ही यह भी कहा कि इस मामले के एफआईआर में विस्फोटक अधिनियम की धाराओं को शामिल किया जाये.
इससे पहले पुलिस ने पश्चिम बंगाल अग्निशमन सेवा अधिनियम के तहत अपराध की धाराएं लगाई थी. जिसकी सिविल सोसाइटी में काफी आलोचना भी हुई थी. जानकारों का कहना है कि विस्फोट की इंटेंसिटी से लगता है कि यहां पटाखे नहीं बल्कि कच्चे बम बनाये जा रहे थे. बता दें कि अवैध पटाखा फैक्ट्री चलाने के आरोप में मुख्य आरोपी बाग को पिछले साल 19 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस ने उसके खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी, लेकिन किसी तरह उसे कोर्ट से जमानत मिल गई. जमानत पर निकलने के बाद उसने ओडिशा के सीमावर्ती इलाके में यह अवैध फैक्ट्री शुरू की.
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