कोलकाता : पश्चिम बंगाल में रविवार को समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की 201वीं जयंती मनाई गई. साथ ही राज्य में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की 2019 की रैली के दौरान कोलकाता में कॉलेज स्ट्रीट (College Street) पर लगी ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा की तोड़फोड़ के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया.
मुख्यमंत्रीममता ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने समाज सुधारक को श्रद्धांजलि दी और कहा कि पश्चिम बंगाल और बंगाली उनकी शिक्षाओं के लिए उनके ऋणी हैं. उन्होंने ट्वीट किया, 'ईश्वर चंद्र विद्यासागर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि. वह महान समाज सुधारकों में से एक थे जिन्होंने न्याय और समानता के लिए अथक संघर्ष किया. हम उनकी शिक्षाओं के ऋणी हैं.'
भाजपा विधायक शुभेंदु ने दी श्रद्धांजलि
विपक्ष के नेता एवं नंदीग्राम से भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने भी विद्यासागर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ट्वीट किया, 'एक महान व्यक्ति, जिन्होंने अपने योगदान से हमारे इतिहास को हमेशा के लिए समृद्ध किया. ईश्वरचंद्र बंदोपाध्याय को उनकी जयंती पर मेरी श्रद्धांजलि.'
हालांकि, राज्य के मंत्री फरहाद हकीम ने भाजपा का नाम लिए बिना उस पर परोक्ष रूप से हमला किया और आरोप लगाया कि 2019 में विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ने में पार्टी का हाथ था, जिसे बाद में सत्ताधारी सरकार द्वारा फिर से बनाया गया.
परिवहन मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, जिन लोगों ने दो साल पहले विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ा था, उन्हें उनके बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है.